हाइब्रिड फंड क्या है? Hybrid Fund Kya Hai? जानिए इसके 6 प्रकार

क्या आप इक्विटी और डेट दोनों में निवेश करना चाहते हैं?

क्या आप एक संतुलित पोर्टफोलियो चाहते हैं जो आपको नियमित आय और लंबी अवधि के लिए पूंजीगत लाभ दोनों प्रदान कर सके?

यदि हाँ, तो हाइब्रिड फंड आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। यह एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है जो इक्विटी और डेट दोनों में निवेश करता है।

यह निवेशकों को इक्विटी और डेट के बीच एक संतुलित पोर्टफोलियो प्रदान करता है, जो उन्हें अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकता है।

इस लेख में, हम Hybrid Fund के बारे में सब कुछ जानेंगे, जिसमें इसकी परिभाषा, प्रकार, लाभ, नुकसान और निवेश कैसे करें शामिल हैं।

हाइब्रिड फंड क्या है - Hybrid Fund Kya Hai?

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हाइब्रिड फंड क्या है? Hybrid Fund Kya Hai?

हाइब्रिड फंड एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है जो इक्विटी और डेट दोनों में निवेश करता है। यह एक संतुलित पोर्टफोलियो प्रदान करने का प्रयास करता है जो निवेशकों को नियमित आय और लंबी अवधि के लिए पूंजीगत लाभ दोनों प्रदान कर सकता है।

उदाहरण के लिए, एक Hybrid Fund 50% इक्विटी और 50% डेट में निवेश कर सकता है। इसका मतलब है कि यह इक्विटी बाजार में उतार-चढ़ाव से कम प्रभावित होगा, लेकिन यह इक्विटी फंड की तुलना में कम रिटर्न भी प्रदान करेगा।

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हाइब्रिड फंड कितने होते हैं?

हाइब्रिड फंड बहुत सारी विभिन्न श्रेणियों और उपकरणों में उपलब्ध होते हैं, और उनकी संख्या समय के साथ बदलती रहती है।

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने इसको को 6 श्रेणियों में वर्गीकृत किया है:

  1. कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड – ये फंड 10 से 25 प्रतिशत संपत्ति को इक्विटी में और 75 से 90 प्रतिशत संपत्ति को डेट में निवेश करते हैं।
  2. आक्रामक हाइब्रिड फंड – ये फंड 65 से 80 प्रतिशत संपत्ति को इक्विटी में और 20 से 35 प्रतिशत संपत्ति को डेट में निवेश करते हैं।
  3. मल्टी-एसेट हाइब्रिड – ये फंड 10 से 80 प्रतिशत संपत्ति को कम से कम 3 प्रकार के सम्पत्ति में (जैसे-सोना, कमोडिटी, REITs) निवेश करते हैं।
  4. आर्बीट्रेज हाइब्रिड – ये फंड 65 से 100 प्रतिशत संपत्ति को मुनाफा पलटन (arbitrage) में, 0 से 35 प्रतिशत संपत्ति को पुरानी (unhedged) प्रतिभूति में, और 0 से 35 प्रतिशत संपत्ति को मुनाफा पलटन (arbitrage) सहित (hedged) प्रतिभूति में निवेश करते हैं।
  5. डायनामिक हाइब्रिड फंड – ये फंड 0 से 100 प्रतिशत संपत्ति को इक्विटी में और 0 से 100 प्रतिशत संपत्ति को डेट में निवेश करते हैं। ये फंड बाजार की स्थिति के अनुसार अपना इक्विटी-डेट मिश्रण (asset allocation) बदलते हैं।
  6. इक्विटी सेविंग्स हाइब्रिड – ये फंड 65 से 90 प्रतिशत संपत्ति को मुनाफा पलटन (arbitrage) में, 10 से 35 प्रतिशत संपत्ति को पुरानी (unhedged) प्रतिभूति में, और 0 से 35 प्रतिशत संपत्ति को REITs/InvITs में निवेश करते हैं।

इन श्रेणियों के अंतर्गत, हर श्रेणी में कई विभिन्न हाइब्रिड फंड हो सकते हैं, जो अलग-अलग निवेश उपकरणों, निवेश की रूचियों, और उद्देश्यों के साथ आते हैं। इन फंडों का चयन निवेशक के लक्ष्यों, रिस्क टोलरेंस, और वित्तीय लक्ष्यों के आधार पर किया जाता है।

इसलिए, आपको बाजार में अनगिनत हाइब्रिड फंडों के बीच से वो चुनना होगा जो आपकी वित्तीय लक्ष्यों और रिस्क प्रोफाइल के साथ सबसे अच्छा मिलता है। इसके लिए एक वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है।

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हाइब्रिड फंड के लाभ – Advantages

  • संतुलन: यह निवेशकों को इक्विटी और डेट के बीच एक संतुलित पोर्टफोलियो प्रदान करते हैं। यह उन्हें लंबी अवधि के लिए पूंजीगत लाभ और नियमित आय दोनों प्रदान करने में मदद करता है।
  • कम जोखिम: यह फंड इक्विटी फंड की तुलना में कम जोखिम वाले होते हैं, क्योंकि वे डेट में भी निवेश करते हैं।
  • तरलता: यह अन्य प्रकार के म्यूचुअल फंडों की तरह ही तरल होते हैं। निवेशक किसी भी समय अपनी इकाइयों को बेच सकते हैं और अपना पैसा निकाल सकते हैं।
  • सस्ती लागत: यह फंड अन्य प्रकार के म्यूचुअल फंडों की तुलना में कम लागत वाले होते हैं।

हाइब्रिड फंड के नुकसान – Disadvantages

  • कम रिटर्न: हाइब्रिड फंड इक्विटी फंड की तुलना में कम रिटर्न प्रदान करते हैं।
  • आय में उतार-चढ़ाव: हाइब्रिड फंडों के मूल्य में इक्विटी और डेट बाजारों के उतार-चढ़ाव के कारण उतार-चढ़ाव हो सकता है।
  • बॉन्ड दर का जोखिम: बॉन्ड की कीमतें ब्याज़ दरों से विपरीत रूप से संबंधित हैं। अगर ब्याज़ दरें बढ़ती हैं, तो हाइब्रिड फंड का प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है।

यह फंड निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं जो इक्विटी और डेट के बीच एक संतुलित पोर्टफोलियो की तलाश में हैं। वे उन निवेशकों के लिए भी एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं जो कम जोखिम वाले पोर्टफोलियो की तलाश में हैं।

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हाइब्रिड फंड कैसे काम करता है? Hybrid Fund Kaise Kam Karta Hai?

हाइब्रिड फंड एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है जो इक्विटी और डेट में निवेश करता है। ये फंड आमतौर पर इक्विटी और डेट के बीच एक मिश्रित पोर्टफोलियो प्रदान करते हैं, जो निवेशकों को बाजार में उतार-चढ़ाव से बचने में मदद कर सकता है।

इसके काम करने के तरीके को समझने के लिए, पहले हमें इक्विटी और डेट के बारे में जानना होगा।

इक्विटी शेयरों में निवेश है। शेयर कंपनियों के मालिकी का हिस्सा होते हैं।

जब कंपनी अच्छा प्रदर्शन करती है, तो उसके शेयरों की कीमत बढ़ जाती है, जिससे निवेशकों को लाभ होता है। हालांकि, जब कंपनी खराब प्रदर्शन करती है, तो उसके शेयरों की कीमत गिर सकती है, जिससे निवेशकों को नुकसान हो सकता है।

डेट बॉन्ड, डिबेंचर और अन्य प्रकार के ऋण साधनों में निवेश है। बॉन्ड कंपनियों या सरकारों द्वारा जारी किए जाते हैं। जब कोई निवेशक बॉन्ड खरीदता है, तो वह उस कंपनी या सरकार को ऋण देता है।

बॉन्ड आमतौर पर निश्चित ब्याज दर पर भुगतान करते हैं, जो निवेशकों को स्थिर आय प्रदान कर सकता है। हालांकि, बॉन्ड की कीमतें भी गिर सकती हैं, जिससे निवेशकों को नुकसान हो सकता है।

हाइब्रिड फंड आमतौर पर इक्विटी और डेट के बीच एक मिश्रित पोर्टफोलियो प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिए, एक हाइब्रिड फंड 60% इक्विटी और 40% डेट में निवेश कर सकता है। यह निवेशकों को इक्विटी के संभावित उच्च रिटर्न और डेट के संभावित कम जोखिम का लाभ प्रदान करता है।

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हाइब्रिड फंड विभिन्न प्रकार के निवेशकों के लिए उपयुक्त हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • वे निवेशक जो इक्विटी के संभावित उच्च रिटर्न का लाभ उठाना चाहते हैं, लेकिन डेट के संभावित कम जोखिम से भी बचना चाहते हैं।
  • वे निवेशक जो अपने पोर्टफोलियो को विविधता प्रदान करना चाहते हैं।
  • वे निवेशक जो अपने निवेशों को सुरक्षित रखना चाहते हैं, लेकिन अभी भी कुछ वृद्धि देखना चाहते हैं।

इस फंड चुनते समय, निवेशकों को अपने वित्तीय लक्ष्यों, जोखिम सहनशीलता और निवेश अवधि को ध्यान में रखना चाहिए।

क्या हाइब्रिड फंड सुरक्षित हैं? Is It Safe?

कोई भी निवेश पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है, और हाइब्रिड फंड भी अलग नहीं हैं। हालांकि, यह आमतौर पर इक्विटी और डेट के बीच एक मिश्रित पोर्टफोलियो प्रदान करते हैं, जो उन्हें अकेले इक्विटी फंड की तुलना में कम जोखिम भरा बना सकता है।

Kya Yeh Safe Hai

हाइब्रिड फंड का जोखिम उनके इक्विटी और डेट में निवेश के अनुपात से निर्धारित होता है। जितनी अधिक इक्विटी में निवेश होता है, उतना ही अधिक जोखिम होता है।

एग्रेसिव हाइब्रिड फंड में 60% से अधिक इक्विटी में निवेश होता है, और इसलिए वे सबसे अधिक जोखिम वाले होते हैं। बैलेंस्ड हाइब्रिड फंड में 30% से 60% इक्विटी में निवेश होता है, और इसलिए वे मध्यम जोखिम वाले होते हैं। कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड में 30% से कम इक्विटी में निवेश होता है, और इसलिए वे सबसे कम जोखिम वाले होते हैं।

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हाइब्रिड फंड चुनते समय, निवेशकों को अपने वित्तीय लक्ष्यों, जोखिम सहनशीलता और निवेश अवधि को ध्यान में रखना चाहिए। यदि आप अपने निवेशों को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो आपको कम जोखिम वाले हाइब्रिड फंड पर विचार करना चाहिए।

यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जो निवेश करते समय जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं:

  • विविधता बनाए रखें: अपने निवेश को एक से अधिक हाइब्रिड फंड में विभाजित करें।
  • लघु अवधि के लिए निवेश न करें: इक्विटी बाजार अस्थिर होते हैं, इसलिए लंबी अवधि के लिए निवेश करना सबसे अच्छा होता है।
  • अपने जोखिम सहनशीलता को समझें: यदि आप जोखिम को कम करने के लिए सहज हैं, तो आप अधिक जोखिम वाले हाइब्रिड फंड पर विचार कर सकते हैं।

हाइब्रिड फंड में निवेश कैसे करे? How To Invest In Hybrid Fund?

इसमें निवेश करने के लिए, आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:

  1. निवेशक के लक्ष्यों और रिस्क प्रोफाइल का मूल्यांकन: सबसे पहले, आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों, निवेश के संवितरण के लक्ष्यों, और रिस्क प्रोफाइल को समझना होगा। यह आपके लिए सबसे उपयुक्त हाइब्रिड फंड के प्रकार का चयन करने में मदद करेगा।
  2. एक निवेश प्लेटफ़ॉर्म चुनें: आपको एक निवेश प्लेटफ़ॉर्म चुनना होगा।
    • निवेश प्लेटफ़ॉर्म आपको Hybrid Fund में निवेश करने में मदद करता है।
    • भारत में कई निवेश प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध हैं, जैसे की Groww, Upstox, Coin By Zerodha, Paytm Money, आदि। आप इनमे से किसी के साथ अपना Demat Account खोल सकते हैं।
  3. निवेश फंड का चयन: अगला कदम है वह हाइब्रिड फंड का चयन करना जो आपके लक्ष्यों और रिस्क प्रोफाइल से मेल खाता है। आपको ध्यान से विभिन्न फंडों की निवेश विशेषताओं, प्रबंधक की नीति, और निवेश रूचियों को देखना होगा।
  4. निवेश रकम का तय करना: अब आपको तय करना होगा कि आप कितनी रकम निवेश करना चाहते हैं। ध्यान दें कि निवेश करने के बाद, आपको अपने निवेश को वित्ती संवितरण के आधार पर संतुलित रखना होगा।
  5. निवेश की प्रक्रिया: निवेश करने के लिए आप अपनी चयनित फंड के निवेश प्रबंधक से संपर्क कर सकते हैं और वहां के निवेश प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आप अपने निवेश को ऑनलाइन या बैंक के माध्यम से भी कर सकते हैं।
  6. निवेशके का संरचन: जब आप निवेश करते हैं, आपको एक प्रमाणपत्र मिलता है जिसमें आपके निवेश के हिस्सेदारी का प्रमाण होता है। इसके बाद, आपका पैसा फंड के प्रबंधन में शामिल होता है और आपको निवेश के प्रतिशतन का बुक जारी किया जाता है।
  7. निवेश का मॉनिटरिंग और संवितरण: निवेश के बाद, आपको अपने निवेश को निगरानी में रखना होगा और संवितरण के साथ उसका संतुलन बनाए रखना होगा। यह आपके निवेश के प्रतिशतन का प्रबंधन करने में मदद करेगा और आपके लक्ष्यों के प्राप्ति के दिशा में मदद करेगा।

निवेश करने से पहले, सलाह लेने और एक वित्तीय सलाहकार के साथ बातचीत करने का भी महत्वपूर्ण हो सकता है, क्योंकि वह आपके वित्तीय लक्ष्यों और रिस्क प्रोफाइल के साथ मेल खाने वाले हाइब्रिड फंड के प्रकार का सुझाव दे सकते हैं।

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हाइब्रिड फंड में कितना रिटर्न मिलता है? Hybrid Fund Returns

हाइब्रिड फंड में रिटर्न उनके इक्विटी और डेट में निवेश के अनुपात पर निर्भर करता है। जितनी अधिक इक्विटी में निवेश होता है, उतना ही अधिक रिटर्न होता है।

  • एग्रेसिव हाइब्रिड फंड में 60% से अधिक इक्विटी में निवेश होता है, और इसलिए वे उच्च रिटर्न की पेशकश करते हैं।
  • बैलेंस्ड हाइब्रिड फंड में 30% से 60% इक्विटी में निवेश होता है, और इसलिए वे मध्यम रिटर्न की पेशकश करते हैं।
  • कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड में 30% से कम इक्विटी में निवेश होता है, और इसलिए वे कम रिटर्न की पेशकश करते हैं।

भारत में, हाइब्रिड फंडों ने पिछले कुछ वर्षों में अच्छा प्रदर्शन किया है। पिछले वर्ष के अच्छे रिटर्न देने वाले हाइब्रिड फंड्स में से कुछ हैं:

  • SBI Equity Hybrid Fund – 24% return
  • ICICI Prudential Equity & Debt Fund – 23.5% return
  • Canara Robeco Equity Hybrid Fund – 23.4% return

हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हाइब्रिड फंड भी जोखिम भरे होते हैं। इक्विटी बाजार अस्थिर होते हैं, इसलिए इसका मूल्य भी उतार-चढ़ाव के अधीन हो सकता है।

इसको चुनते समय, निवेशकों को अपने वित्तीय लक्ष्यों, जोखिम सहनशीलता और निवेश अवधि को ध्यान में रखना चाहिए। यदि आप उच्च रिटर्न की उम्मीद करते हैं, तो आपको अधिक जोखिम लेने के लिए तैयार रहना चाहिए।

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हाइब्रिड फंड में निवेश करते समय रिटर्न को बढ़ाने में कुछ सुझाव:

  • लंबी अवधि के लिए निवेश करें: इक्विटी बाजार अस्थिर होते हैं, इसलिए लंबी अवधि के लिए निवेश करना सबसे अच्छा होता है।
  • विविधता बनाए रखें: अपने निवेश को एक से अधिक हाइब्रिड फंड में विभाजित करें। इससे आप अपने जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं।
  • अपने जोखिम सहनशीलता को समझें: यदि आप जोखिम को कम करने के लिए सहज हैं, तो आप अधिक जोखिम वाले हाइब्रिड फंड पर विचार कर सकते हैं।
  • फंड के ट्रैक रिकॉर्ड की जांच करें: यह आपको यह निर्धारित करने में मदद करेगा कि फंड ने अतीत में कैसा प्रदर्शन किया है।
  • फंड की फीस की तुलना करें: अलग-अलग फंड अलग-अलग फीस लेते हैं, इसलिए आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप सबसे अच्छा सौदा प्राप्त कर रहे हैं।

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हाइब्रिड फंड निवेश के लिए सुझाव

इसमें निवेश करते समय निम्नलिखित सुझावों का पालन कर सकते हैं:

  1. लक्ष्यों की स्पष्टता: अपने निवेश के लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से परिभाषित करें। आपके पास वित्तीय संवितरण, लक्ष्यों की अवधि, और रिस्क टोलरेंस की स्पष्ट समझ होनी चाहिए।
  2. श्रेणी का चयन: विभिन्न हाइब्रिड फंड के बीच में अपने लक्ष्यों के मुताबिक उपयुक्त श्रेणी का चयन करें। उदाहरण स्वरूप, एक बैलेंस्ड हाइब्रिड फंड जो आपके लक्ष्यों के साथ मेल खाता है, यदि आपके लक्ष्य लंबे अवधि के हैं और आपकी रिस्क प्रोफाइल मध्यम है।
  3. निवेश प्रबंधक की नीति: आपको फंड के प्रबंधक की निवेश नीति को देखना होगा, क्योंकि यह निवेश के फलस्वरूप परिणाम पर प्रभाव डाल सकती है। वे किस प्रकार के निवेश उपकरणों का चयन करते हैं और पोर्टफोलियो को कैसे संतुलित रखते हैं, इसे जांचें।
  4. निवेश के लिए वित्तीय आयोजन: निवेश के लिए वित्तीय आयोजन तैयार करें जिसमें आपके निवेश की रकम, निवेश के समय के लिए निर्धारित धन निधि, और निवेश के परिणामों का संवितरण शामिल हो।
  5. संवितरण की निगरानी: अपने निवेश को समय-समय पर देखें और संवितरण का संतुलन बनाए रखने के लिए निवेश की प्रतिशतन को स्थिति के हिसाब से समय-समय पर बदलें।
  6. वित्तीय सलाहकार से सलाह: अगर आप निवेश में नए हैं, तो एक वित्तीय सलाहकार से सलाह लेने का विचार करें। एक सलाहकार आपके लक्ष्यों और रिस्क प्रोफाइल के साथ मेल खाकर सही फंड के चयन में मदद कर सकता है।
  7. समय में संतुलन बनाए रखें: इसमें निवेश करते समय संवितरण का संतुलन बनाए रखना महत्वपूर्ण है। ध्यान दें कि बाजार में परिवर्तन हो सकते हैं, और आपको अपने निवेश को उन परिवर्तनों के साथ संतुलित रखना होगा।

हाइब्रिड फंड में निवेश करने से पहले आपको यह समझ लेना चाहिए कि यह आपके वित्तीय लक्ष्यों और रिस्क प्रोफाइल के साथ मेल खाने वाला है और आपकी आर्थिक स्थिति के साथ मेल खाने वाला है। यदि आपके पास कोई संदेह है, तो एक वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना हमेशा उपयुक्त होता है।

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निष्कर्ष (Conclusion) – हाइब्रिड फंड क्या है?

हाइब्रिड फंड एक प्रकार का निवेश फंड है जो विभिन्न निवेश उपकरणों को मिश्रित करता है, जैसे कि स्टॉक्स और बॉन्ड्स, ताकि निवेशकों को सुरक्षितता और लाभ के बीच संतुलन प्राप्त करने का मौका मिल सके।

यह फंड निवेशकों को अधिक वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए विभिन्न निवेश विकल्पों का संवितरण प्रदान करता है और उनकी वित्तीय रक्षा का ध्यान रखता है। इसके अलग-अलग श्रेणियां होती हैं जो निवेशकों के विभिन्न लक्ष्यों और रिस्क प्रोफाइल को सम्मिलित करने में मदद करती हैं।

यह फंड नए और अनुभवी निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है जो अधिक वित्तीय सुरक्षा के साथ अच्छे लाभ कमाना चाहते हैं। इसलिए, व्यक्तिगत वित्तीय लक्ष्यों और रिस्क प्रोफाइल के साथ, यह एक सुरक्षित और विकल्पों से भरपूर निवेश का सुझाव हो सकता है।

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FAQs (सामान्य प्रश्न-उत्तर) – Hybrid Fund Kya Hai?

  1. हाइब्रिड फंड कैसे काम करते हैं?

    यह आमतौर पर इक्विटी और डेट के बीच एक मिश्रित पोर्टफोलियो प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिए, एक हाइब्रिड फंड 60% इक्विटी और 40% डेट में निवेश कर सकता है। यह निवेशकों को इक्विटी के संभावित उच्च रिटर्न और डेट के संभावित कम जोखिम का लाभ प्रदान करता है।

  2. हाइब्रिड फंड में कितना जोखिम है?

    हाइब्रिड फंड का जोखिम उनके इक्विटी और डेट में निवेश के अनुपात से निर्धारित होता है। जितनी अधिक इक्विटी में निवेश होता है, उतना ही अधिक जोखिम होता है।

  3. हाइब्रिड फंड में कितना रिटर्न मिलता है?

    इसमें रिटर्न उनके इक्विटी और डेट में निवेश के अनुपात पर भी निर्भर करता है। जितनी अधिक इक्विटी में निवेश होता है, उतना ही अधिक रिटर्न होता है।

  4. क्या हाइब्रिड फंड सुरक्षित हैं?

    कोई भी निवेश पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है, और हाइब्रिड फंड भी अलग नहीं हैं। हालांकि, यह आमतौर पर इक्विटी और डेट के बीच एक मिश्रित पोर्टफोलियो प्रदान करते हैं, जो उन्हें अकेले इक्विटी फंड की तुलना में कम जोखिम भरा बना सकता है।

  5. हाइब्रिड फंड कितने प्रकार के होते हैं?

    भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने हाइब्रिड फंडों को 6 श्रेणियों में वर्गीकृत किया है: एग्रेसिव, बैलेंस्ड, कंजर्वेटिव, मल्टी-एसेट्स फंड, डायनेमिक एसेट एलोकेशन फंड, इक्विटी सेविंग्स फंड, इनकम ऑप्टिमाइज़र फंड।

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