गोल्ड ईटीएफ क्या है? Gold ETF Kya Hai? जानिए इसके रिस्क, लाभ और नुकसान

सोना, एक अमूल्य धातु जो सदियों से मानव सभ्यता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। यह अपने सौंदर्य, स्थायित्व और मूल्य के लिए जाना जाता है। सोना अक्सर एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, क्योंकि इसकी कीमत आमतौर पर आर्थिक उतार-चढ़ाव के दौरान स्थिर रहती है।

लेकिन सोने में निवेश करना हमेशा आसान नहीं होता है। सोने को खरीदना और स्टोर करना महंगा हो सकता है, और इसमें चोरी या नुकसान का जोखिम भी होता है।

तो क्या सोने में निवेश करने का कोई आसान तरीका है? जी हाँ, गोल्ड ईटीएफ (Gold Exchange Traded Funds) के रूप में

इस लेख में, हम गोल्ड ईटीएफ के बारे में विस्तार से जानेंगे। हम जानेंगे कि गोल्ड ईटीएफ क्या हैं, वे कैसे काम करते हैं, और वे सोने में निवेश करने का एक अच्छा तरीका क्यों हो सकते हैं।

तो, अगर आप सोने में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए है।

गोल्ड ईटीएफ क्या है - Gold ETF Kya Hai?

Contents

गोल्ड ईटीएफ क्या है (Gold ETF Kya Hai)? यह कैसे काम करते हैं?

गोल्ड ईटीएफ एक वित्तीय उपकरण है जिसका उपयोग सोने के निवेश में किया जाता है, लेकिन इसमें सोने को खरीदने की जगह वाणिज्यिक यूनिट्स के रूप में निवेश किया जाता है। यह एक पूंजीकरण योजना होती है जिसमें एक निधि का गठन किया जाता है और इस निधि का सोना खरीदती है।

इसके प्रत्येक यूनिट का मूल्य सोने के मूल्य के साथ संबंधित होता है, जिससे निवेशक सोने के बदलाव के मूल्य को अपने निवेश में देख सकते हैं।

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गोल्ड ईटीएफ कैसे काम करते हैं? How It Gold ETF Works

गोल्ड ईटीएफ एक ट्रस्ट है जो सोने के भंडार में निवेश करता है। ट्रस्ट सोने को एक या अधिक सुरक्षित स्थानों पर स्टोर करता है। जब कोई निवेशक गोल्ड ईटीएफ खरीदता है, तो वह ट्रस्ट को एक निश्चित राशि का भुगतान करता है। ट्रस्ट उस राशि का उपयोग सोने के भंडार में अतिरिक्त सोना खरीदने के लिए करता है।

गोल्ड ईटीएफ को एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध किया जाता है, इसलिए निवेशक उन्हें शेयरों की तरह खरीद और बेच सकते हैं। जब गोल्ड ईटीएफ की कीमत बढ़ती है, तो निवेशकों को उसी अनुपात में लाभ होता है। जब गोल्ड ईटीएफ की कीमत घटती है, तो निवेशकों को उसी अनुपात में नुकसान होता है।

चलिए एक उदाहरण के माध्यम से समझें:

  • निवेशक A ने 100,000 रुपये का निवेश किया और गोल्ड ईटीएफ के 1000 यूनिट्स खरीदे। इसके लिए उन्हें प्रत्येक यूनिट के लिए 100 रुपये का मूल्य चुकना पड़ा
  • कुछ समय बाद, सोने का मूल्य बढ़ जाता है, और अब प्रत्येक यूनिट का मूल्य 110 रुपये होता है
  • अब निवेशक A के पास 1000 यूनिट्स हैं, जिनका मूल्य प्रत्येक यूनिट के लिए 110 रुपये है। इसका कुल मूल्य 1,10,000 रुपये हो गया है, जिससे उन्होंने 10,000 रुपये का लाभ कमाया

इस तरह, गोल्ड ईटीएफ निवेशकों को सोने के मूल्य के साथ निवेश करने का अवसर देता है, लेकिन उन्हें सोने को फिजिकल रूप से रखने और प्रबंधन करने की जटिलता से मुक्ति प्रदान करता है।

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गोल्ड ईटीएफ के लाभ (Benefits of Gold ETFs)

  1. सुरक्षित निवेश: गोल्ड ईटीएफ सोने के मूल्य के साथ संबंधित होता है, जो एक प्रतिस्थिति का प्रतीक है। सोने का मूल्य अक्सर वित्तीय संकट के समय बढ़ जाता है, इसलिए गोल्ड ईटीएफ निवेशकों को सुरक्षित माना जाता है।
  2. लिक्विडिटी: गोल्ड ईटीएफ को बेचने और खरीदने में आसानी होती है, क्योंकि यह वाणिज्यिक बाजार में ट्रेड होता है। आपको ज्यादा समय तक बिना पेनाल्टी के बंद करने की चिंता नहीं होती।
  3. निवेश की विविधता: गोल्ड ईटीएफ का उपयोग पोर्टफोलियो को विविध करने के लिए किया जा सकता है। यह आपको अपने निवेशों को सोने के अलावा और विविध करने का अवसर प्रदान करता है।
  4. कम लेन-देन लागत: गोल्ड ईटीएफ की लेन-देन की लागत आमतौर पर कम होती है, जिससे निवेशकों को कमिशन और खाता शुल्क की चिंता नहीं होती।
  5. क्यारेट प्यूरिटी की कमी: फिजिकल सोने की तरह, गोल्ड ईटीएफ में क्यारेट प्यूरिटी की चिंता नहीं होती, क्योंकि यह वित्तीय उपकरण के रूप में खरीदा जाता है।

गोल्ड ईटीएफ के नुकसान (Drawbacks of Gold ETFs)

  1. कम आय प्राप्ति: गोल्ड ईटीएफ से निवेश करने से सामान्यत: निवेशकों को मात्र सोने के मूल्य के बदलाव के साथ ही आय प्राप्त होती है, लेकिन वार्षिक या मासिक आय नहीं मिलती।
  2. कीमत में उतार-चढ़ाव: सोने की कीमत में उतार-चढ़ाव होता है, इसलिए गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने से जोखिम हो सकता है। यदि सोने की कीमत गिरती है, तो आपका निवेश मूल्य भी गिर सकता है।
  3. मूलधन का नुकसान: गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने से मूलधन का नुकसान हो सकता है। यदि सोने की कीमत गिरती है, तो आपका निवेश मूल्य गिर सकता है और आप अपना मूलधन खो सकते हैं।

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क्या गोल्ड ईटीएफ एक अच्छा निवेश है? गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के लिए न्यूनतम राशि क्या है?

Kya एक अच्छा निवेश है

गोल्ड ईटीएफ (Gold Exchange Traded Fund) एक निवेश विकल्प हो सकता है, लेकिन यह निवेशक की वित्तीय लक्ष्यों, आवश्यकताओं, और निवेश के लक्ष्यों पर निर्भर करता है। यह बेहतर निवेश हो सकता है जब:

  1. सोने में निवेश की चिंता नहीं है: गोल्ड ईटीएफ सोने के बजाय वाणिज्यिक इकाइयों के संरचनात्मक होता है, इसलिए आपको सोने को फिजिकल रूप से रखने और सुरक्षित रखने की चिंता नहीं होती।
  2. लिक्विडिटी की आवश्यकता है: गोल्ड ईटीएफ को आसानी से खरीदने और बेचने में लिक्विडिटी की बजाय बारिकी से निवेश करने की चिंता नहीं होती।
  3. निवेशक की वित्तीय योग्यता है: गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के लिए निवेशक के पास वित्तीय कार्यक्षेत्र की आवश्यकता होती है।
  4. सोने के मूल्य के साथ जुड़े निवेशों की विविधता चाहिए: यह निवेशकों को सोने के बदलाव के साथ निवेश करने का अवसर प्रदान करता है, जिससे पोर्टफोलियो की विविधता बढ़ सकती है।

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जब बात न्यूनतम राशि की हो, तो यह निवेश के प्रति वित्तीय संकुचन से संबंधित होता है और बैंक और वित्तीय संस्थानों के नियमों पर निर्भर कर सकता है। न्यूनतम राशि का मामूला आमतौर पर 1 गोल्ड ईटीएफ यूनिट की मूल्य के आसपास होता है, लेकिन यह नियम विभिन्न वित्तीय संस्थानों और गोल्ड ईटीएफ के आरक्षित निवेशों के आधार पर बदल सकता है।

हालांकि, कुछ म्यूचुअल फंड कंपनियां गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के लिए न्यूनतम राशि ₹500 लेती है और कुछ म्यूचुअल फंड कंपनियां तो ₹100 से भी कम की शुरुआती राशि की पेशकश करती हैं।

यदि आप गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने पर विचार कर रहे हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता को समझें। एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना भी एक अच्छा विचार है।

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भारत में गोल्ड ईटीएफ कैसे खरीदें?

भारत में गोल्ड ईटीएफ खरीदने के लिए, आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:

  1. एक स्टॉकब्रोकर चुनें: एक स्टॉकब्रोकर एक कंपनी है जो आपको शेयरों और अन्य प्रतिभूतियों को खरीदने और बेचने में मदद करती है।
  2. एक डीमैट खाता खोलें: एक डीमैट खाता एक बैंक खाते की तरह है, लेकिन इसका उपयोग शेयरों और अन्य प्रतिभूतियों को खरीदने और बेचने के लिए किया जाता है।
  3. एक गोल्ड ईटीएफ चुनें: भारत में कई अलग-अलग गोल्ड ईटीएफ उपलब्ध हैं। अपने निवेश लक्ष्यों और जोखिम सहिष्णुता के लिए सबसे अच्छा ईटीएफ चुनने के लिए शोध करें।
  4. गोल्ड ईटीएफ खरीदें: अपने स्टॉकब्रोकर के माध्यम से गोल्ड ईटीएफ खरीदें।

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गोल्ड ईटीएफ खरीदने के लिए, आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:

  • पहचान प्रमाण: आधार कार्ड, पैन कार्ड, या ड्राइविंग लाइसेंस
  • निवास प्रमाण: बिजली बिल, पानी का बिल, या टेलीफोन बिल
  • पते का प्रमाण: बिजली बिल, पानी का बिल, या टेलीफोन बिल

गोल्ड ईटीएफ खरीदने के लिए, आप निम्नलिखित तरीकों का उपयोग कर सकते हैं:

  • ऑनलाइन: अपने स्टॉकब्रोकर की वेबसाइट या ऐप का उपयोग करके गोल्ड ईटीएफ खरीदें।
  • फ़ोन: अपने स्टॉकब्रोकर को कॉल करके गोल्ड ईटीएफ खरीदें।
  • ब्रोकरेज कार्यालय: अपने स्टॉकब्रोकर के कार्यालय में जाकर गोल्ड ईटीएफ खरीदें।

गोल्ड ईटीएफ खरीदने के बाद, आप उन्हें अपने स्टॉकब्रोकर के डीमैट खाते में देख सकते हैं। आप अपने गोल्ड ईटीएफ को किसी अन्य निवेशक को बेचकर या उन्हें अपने पोर्टफोलियो में रखने का विकल्प चुन सकते हैं।

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गोल्ड ईटीएफ में निवेश कैसे करें? How To Invest In Gold ETFs?

निवेश कैसे करें

गोल्ड ईटीएफ (Gold Exchange Traded Fund) में ऑनलाइन निवेश करने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन करें:

  1. डीमेट और ट्रेडिंग खाता:
    • सबसे पहले, आपको एक डीमेट (Demat) और ट्रेडिंग खाता होना चाहिए। आपका डीमेट खाता सोने की यूनिट्स को आपके नाम पर धारित करने के लिए आवश्यक है।
    • इसके लिए आप किसी वित्तीय संस्थान या ब्रोकरेज फर्म के साथ आवेदन कर सकते हैं।
  2. ऑनलाइन निवेश प्लेटफ़ॉर्म चुनें:
    • अब आपको एक ऑनलाइन निवेश प्लेटफ़ॉर्म चुनना होगा जिसके माध्यम से आप गोल्ड ईटीएफ में निवेश कर सकते हैं।
    • कई वित्तीय संस्थान जैसे की Groww, Zerodha, Upstox etc और बैंक इस सेवा को प्रदान करते हैं।
  3. खाता खोलें और लॉगिन करें:
    • चुने गए ऑनलाइन निवेश प्लेटफ़ॉर्म पर एक खाता खोलें और उसमें आवश्यक विवरण भरें, जैसे की अपने पहचान और निवास प्रमाण अपलोड करें।
    • फिर लॉगिन करें और अपने खाते में पहुँचें।
  4. गोल्ड ईटीएफ चुनें: खाते में लॉगिन करने के बाद, आपको वेबसाइट पर जाकर गोल्ड ईटीएफ की यूनिट्स का चयन करना होगा।
  5. निवेश की राशि और यूनिट्स की मात्रा चुनें: आपको गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के लिए धनराशि की चयन करनी होगी और फिर उस राशि के मुताबिक यूनिट्स की मात्रा का चयन करें।
  6. निवेश पूरा करें: अंत में, आपको अपने निवेश का आदेश प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से पूरा करना होगा। धनराशि आपके डीमेट खाते से डेबिट होगी और गोल्ड ईटीएफ की यूनिट्स आपके डीमेट खाते में क्रेडिट होंगी।
  7. निवेश की स्थिति ट्रैक करें: आप अपने ऑनलाइन निवेश प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से अपने गोल्ड ईटीएफ निवेश की स्थिति को नियमित रूप से ट्रैक कर सकते हैं, जिसमें आप निवेश की मूल्य, मात्रा, और प्रतिस्थिति को देख सकते हैं।

यदि आप पहले से ही ऑनलाइन निवेश करने के अनुभवी नहीं हैं, तो आप एक वित्तीय सलाहकार से सलाह लेने की सलाह लें और अपने निवेश के लक्ष्यों के साथ सही मार्गदर्शन प्राप्त करें।

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गोल्ड और गोल्ड ईटीएफ में क्या अंतर है? Difference Between Gold & Gold ETF

गोल्ड (Gold) और गोल्ड ईटीएफ (Gold Exchange Traded Fund) में कई महत्वपूर्ण अंतर हैं:

  1. रूप (Physical vs. Electronic):
    • गोल्ड: गोल्ड फिजिकल रूप से होता है, जिसे आप आभूषण, सिक्के, बार, और अन्य रूपों में खरीद सकते हैं।
    • गोल्ड ईटीएफ: गोल्ड ईटीएफ इलेक्ट्रॉनिक रूप से होता है और यह वाणिज्यिक इकाइयों के रूप में निवेश किया जाता है, जो डीमेट खाते में क्रिडिट होते हैं।
  2. लिक्विडिटी (Liquidity):
    • गोल्ड: फिजिकल गोल्ड को बेचने और खरीदने में अधिक कठिनाइयां हो सकती हैं, और आपको विपणी में जाना होता है।
    • गोल्ड ईटीएफ: गोल्ड ईटीएफ को वाणिज्यिक बाजार में ट्रेड किया जा सकता है, जिससे आपको लिक्विडिटी मिलती है और आप खरीदने और बेचने के लिए आसानी से वित्तीय संस्थानों का सहायता ले सकते हैं।
  3. स्टोरेज और सुरक्षा (Storage and Security):
    • गोल्ड: फिजिकल गोल्ड की सुरक्षा और स्टोरेज की चिंता होती है, और आपको इसे सुरक्षित जगह पर रखने की आवश्यकता होती है।
    • गोल्ड ईटीएफ: गोल्ड ईटीएफ को डीमेट खाते में डिजिटल रूप से रखा जाता है, इसलिए सुरक्षा और स्टोरेज की चिंता नहीं होती।
  4. क्यारेट प्यूरिटी (Purity of Gold):
    • गोल्ड: फिजिकल गोल्ड की क्यारेट प्यूरिटी की चिंता होती है, और आपको सच्चे गोल्ड की पहचान करने की आवश्यकता होती है।
    • गोल्ड ईटीएफ: गोल्ड ईटीएफ की प्यूरिटी की चिंता नहीं होती, क्योंकि यह वित्तीय उपकरण के रूप में खरीदा जाता है, और यह 24 कैरेट की प्यूर गोल्ड के समीप होता है।
  5. ट्रेडिंग और लेन-देन लागत (Trading and Transaction Costs):
    • गोल्ड: फिजिकल गोल्ड को खरीदने और बेचने के लिए ट्रेडिंग लागत और स्टॉरेज के लिए खर्च आ सकता है।
    • गोल्ड ईटीएफ: गोल्ड ईटीएफ का ट्रेडिंग और लेन-देन लागत आमतौर पर कम होता है, जो निवेशकों को लाभ पहुँचाता है।
  6. निवेश पोर्टफोलियो में विविधता (Portfolio Diversification):
    • गोल्ड: फिजिकल गोल्ड को पोर्टफोलियो में जोड़ने से आपकी विविधता बढ़ सकती है, लेकिन यह पोर्टफोलियो को अधिक भारी बना सकता है।
    • गोल्ड ईटीएफ: गोल्ड ईटीएफ पोर्टफोलियो में गोल्ड की विविधता प्रदान करता है, लेकिन यह लिक्विड होता है और पोर्टफोलियो को बढ़ाने में मदद कर सकता है।

इन अंतरों के बावजूद, गोल्ड और गोल्ड ईटीएफ दोनों ही गोल्ड के निवेश के रूप में प्रयोग हो सकते हैं, और निवेशक की आवश्यकताओं और वित्तीय लक्ष्यों के साथ बदल सकते हैं।

निवेश करने से पहले, आपको अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लेनी चाहिए और ध्यानपूर्वक विचार करना चाहिए कि कौनसा विकल्प आपके लिए सबसे उपयुक्त है।

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गोल्ड और गोल्ड ईटीएफ के बीच मुख्य अंतर

विशेषतागोल्डगोल्ड ईटीएफ
रूपभौतिककागजी
निवेशसोने की कीमतसोने की कीमत
खरीद और बिक्रीडीलर के माध्यम सेस्टॉक एक्सचेंज पर
भंडारण और बीमाआवश्यकआवश्यक नहीं
शुल्ककमअधिक
जोखिमसोने की कीमत में उतार-चढ़ावसोने की कीमत में उतार-चढ़ाव

गोल्ड ईटीएफ और भौतिक सोने के बीच कौन सा बेहतर है?

यह आपके विशिष्ट निवेश लक्ष्यों और जोखिम सहिष्णुता पर निर्भर करता है। यदि आप सोने में निवेश करना चाहते हैं, लेकिन भौतिक सोने को खरीदने या स्टोर करने की परेशानी नहीं चाहते हैं, तो गोल्ड ईटीएफ एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने से भी जोखिम हो सकता है। यदि आप लंबी अवधि में सोने में निवेश करना चाहते हैं और सोने की कीमत में उतार-चढ़ाव से सहज हैं, तो भौतिक सोना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

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निष्कर्ष (Conclusion) – गोल्ड ईटीएफ क्या है?

गोल्ड ईटीएफ (Gold Exchange Traded Fund) एक प्रकार का वित्तीय उपकरण होता है, जिसमें निवेशक सोने के मूल्य के बदलाव का लाभ उठा सकते हैं, बिना फिजिकल सोने को खरीदने की आवश्यकता के

यह एक इलेक्ट्रॉनिक रूप में होता है और वित्तीय बाजार में खरीदा और बेचा जा सकता है, जिससे निवेशकों को सोने के निवेश के साथ लिक्विडिटी और विविधता का लाभ मिलता है।

इसके बारे में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि गोल्ड ईटीएफ को निवेशक डीमेट खाते के माध्यम से खरीदते हैं, जिसमें यूनिट्स के रूप में सोने का प्रतिनिधित्व होता है, और ये यूनिट्स वित्तीय बाजार में ट्रेड होते हैं। इसका मतलब है कि आपको सोने के फिजिकल स्वरूप की चिंता नहीं होती, और निवेश को आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है।

गोल्ड ईटीएफ निवेशकों को सोने के मूल्य के साथ जुड़े निवेश के अवसर प्रदान करता है, और यह एक सुरक्षित और पारदर्शी तरीका हो सकता है अपने निवेश पोर्टफोलियो को विविध बनाने का।

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FAQs (सामान्य प्रश्न-उत्तर) – Gold ETF Kya Hai?

  1. गोल्ड ईटीएफ और गोल्ड फ्यूचर्स में क्या अंतर है?

    गोल्ड ईटीएफ और गोल्ड फ्यूचर्स दोनों सोने में निवेश करने के तरीके हैं। हालांकि, उनके बीच कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं। गोल्ड ईटीएफ भौतिक सोने में निवेश करते हैं, जबकि गोल्ड फ्यूचर्स सोने की कीमत पर दांव लगाते हैं। गोल्ड ईटीएफ अधिक पारदर्शी और तरल होते हैं, जबकि गोल्ड फ्यूचर्स अधिक जोखिम भरे होते हैं।

  2. गोल्ड ईटीएफ का प्रदर्शन कैसे होता है?

    गोल्ड ईटीएफ का प्रदर्शन सोने की कीमत के साथ जुड़ा हुआ है। जब सोने की कीमत बढ़ती है, तो गोल्ड ईटीएफ की कीमत भी बढ़ती है। जब सोने की कीमत घटती है, तो गोल्ड ईटीएफ की कीमत भी घटती है।

  3. क्या गोल्ड ईटीएफ को फिजिकल सोने के साथ वापस किया जा सकता है?

    नहीं, गोल्ड ईटीएफ को फिजिकल सोने के साथ वापस नहीं किया जा सकता है। यह एक वित्तीय उपकरण होता है और सोने की बजाय सोने के यूनिट्स के रूप में निवेश करता है।

  4. भारत में कौन से गोल्ड ईटीएफ उपलब्ध हैं?

    भारत में कई गोल्ड ईटीएफ उपलब्ध हैं। कुछ लोकप्रिय गोल्ड ईटीएफ में SBI Gold ETF, ICICI Gold ETF, HDFC Gold ETF, etc शामिल हैं।

  5. गोल्ड ईटीएफ खरीदने के लिए कौन से दस्तावेजों की आवश्यकता होती है?

    गोल्ड ईटीएफ खरीदने के लिए, आपको एक डीमैट खाते की आवश्यकता होगी। डीमैट खाता खोलने के लिए, आपको एक पहचान प्रमाण, एक पते का प्रमाण, और एक बैंक खाता विवरण प्रदान करना होगा।

  6. क्या गोल्ड ईटीएफ के निवेश में कोई निर्धारित अवधि होती है?

    नहीं, गोल्ड ईटीएफ में कोई निर्धारित निवेश अवधि नहीं होती है। निवेशक अपनी इच्छानुसार यूनिट्स खरीद सकते हैं और उन्हें कभी भी बेच सकते हैं।

  7. गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने का सबसे अच्छा समय कब है?

    गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने का कोई सही या गलत समय नहीं है। हालांकि, सोने की कीमत में गिरावट के समय गोल्ड ईटीएफ में निवेश करना एक अच्छा विचार हो सकता है।

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