(ईटीएफ) ETF क्या होते हैं – ETF Kya Hote Hai? जानिए इसके प्रकार, रिस्क, लाभ, आदि

क्या आपको पता है कि आप शेयर बाजार में निवेश करके करोड़पति बन सकते हैं? लेकिन क्या आपको पता है कि शेयर बाजार में निवेश करना कितना जोखिम भरा है?

अगर आप चाहते हैं कि आपका निवेश सुरक्षित हो और उसमें आपको अच्छा रिटर्न मिले, तो ETF (Exchange-Traded Fund) एक बेहतर विकल्प हो सकता है।

ईटीएफ वित्तीय निवेश का एक नया और रोचक तरीका है, जो आपको विभिन्न प्रकार की संपत्तियों में निवेश करने का मौका देता है, जैसे कि स्टॉक्स, बॉन्ड्स, और कमोडिटीज़, बिना किसी बड़े प्रयास के।

इस लेख में, हम बताएंगे कि ETF क्या होते हैं, यह कैसे काम करते हैं, इसके कितने प्रकार होते हैं, और इसमें निवेश करने के फायदे और नुकसान क्या हैं।

ETF क्या होते हैं - ETF Kya Hote Hai?

Contents

ETF क्या होते हैं? ETF Kya Hote Hai?

ETF का मतलब है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड। यह एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है जिसे शेयर बाजार में शेयरों की तरह खरीदा और बेचा जा सकता है। इसमें में कई अलग-अलग प्रकार के सिक्योरिटीज होते हैं, जैसे स्टॉक, बॉन्ड, और कमोडिटीज।

ईटीएफ एक ट्रस्ट के रूप में काम करता है। ट्रस्ट एक कानूनी इकाई है जो निवेशकों के पैसे को एक साथ इकट्ठा करती है और उन्हें विभिन्न सिक्योरिटीज में निवेश करती है। इसका का मूल्य सिक्योरिटीज के मूल्य से जुड़ा होता है। जब सिक्योरिटीज की कीमत बढ़ती है, तो ETF की कीमत भी बढ़ती है।

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यह कैसे काम करते हैं?

ETF कैसे काम करते हैं, इसे समझने के लिए एक उदहारण लेते हैं। मान लीजिए कि आप एक ETF में निवेश करना चाहते हैं जो S&P BSE सेंसेक्स इंडेक्स को ट्रैक करता है। S&P BSE सेंसेक्स इंडेक्स भारत के 50 सबसे बड़े कंपनियों के शेयरों का एक संग्रह है।

जब आप इस इसमें निवेश करते हैं, तो आप वास्तव में उस ट्रस्ट में निवेश कर रहे हैं जो S&P BSE सेंसेक्स इंडेक्स में निवेश करता है। ट्रस्ट आपके निवेश को 50 कंपनियों के शेयरों में वितरित करता है, प्रत्येक शेयर की संख्या उस कंपनी के S&P BSE सेंसेक्स इंडेक्स में वजन के अनुपात में होती है।

जब S&P BSE सेंसेक्स इंडेक्स की कीमत बढ़ती है, तो ETF की कीमत भी बढ़ती है। और जब S&P BSE सेंसेक्स इंडेक्स की कीमत घटती है, तो इसकी कीमत भी घटती है।

उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि S&P BSE सेंसेक्स इंडेक्स 1000 अंक पर है। और आप 1000 रुपये का निवेश करते हैं, जो S&P BSE सेंसेक्स इंडेक्स के 0.001% के बराबर है।

अगर S&P BSE सेंसेक्स इंडेक्स 1010 अंक पर बढ़ जाता है, तो इसकी कीमत भी 1010 रुपये हो जाएगी। और आपका निवेश 1010 रुपये हो जाएगा।

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ETF के फायदे और नुकसान

फायदे (Advantages)

  • कम परिसंक्रमण लागत (निवेश शुल्क, ब्रोकरेज शुल्क, ट्रेडिंग शुल्क): इसमें में म्यूचुअल फंड की तुलना में कम परिसंक्रमण लागत होती है।
  • तरलता अधिक होती है: यह शेयर बाजार में शेयरों की तरह खरीदे और बेचे जा सकते हैं।
  • निवेश विविधीकरण: इसमें कई अलग-अलग प्रकार के सिक्योरिटीज होते हैं, जो निवेशकों को विविधीकरण प्रदान करते हैं।
  • ट्रैकिंग त्रुटि कम होती है: यह आमतौर पर उस इंडेक्स को ट्रैक करने में सक्षम होते हैं जिसमें वे निवेश करते हैं।
  • डिमैट खाते की आवश्यकता: इसको खरीदने और बेचने के लिए डिमैट खाते की आवश्यकता होती है।

नुकसान (Disadvantages)

  • ETF में निवेश करने के लिए न्यूनतम राशि आमतौर पर म्यूचुअल फंड की तुलना में अधिक होती है।
  • इसमें निवेश करने से जोखिम होता है।
  • इसकी कीमतें शेयरों की तरह उतार-चढ़ाव करती हैं।

कुल मिलाकर, ETF एक लोकप्रिय निवेश विकल्प है जो निवेशकों को विविधीकरण और तरलता प्रदान करता है। हालांकि, इसमें निवेश करने से पहले, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने जोखिम सहनशीलता और वित्तीय लक्ष्यों को समझें।

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ETF कैसे फायदेमंद हो सकते हैं:

  • एक निवेशक जो एक विशिष्ट इंडेक्स को ट्रैक करना चाहता है, वह एक ईटीएफ का उपयोग करके ऐसा कर सकता है।
  • एक निवेशक जो अपने निवेश को विविधित करना चाहता है, वह एक ETF का उपयोग करके ऐसा कर सकता है।
  • एक निवेशक जो कम लागत पर निवेश करना चाहता है, वह एक ईटीएफ का उपयोग करके ऐसा कर सकता है।

हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इसमें निवेश करने से जोखिम भी होता है। ईटीएफ की कीमतें शेयरों की तरह उतार-चढ़ाव करती हैं, इसलिए निवेशकों को अपने निवेश का नुकसान होने का जोखिम होता है।

ETF कितने प्रकार के होते है? It’s Types

ETFs कई प्रकार के होते हैं, जो विभिन्न निवेशकों की आवश्यकताओं और लक्ष्यों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। निम्नलिखित हैं कुछ प्रमुख इसके प्रकार:

  • इक्विटी फंड: ये ETF स्टॉक में निवेश करते हैं। यह निवेशकों को एक विशिष्ट इंडेक्स, क्षेत्र, या उद्योग में निवेश करने की अनुमति देते हैं, जैसे Nifty 50, Sensex, Bank Nifty, इत्यादि
  • फिक्स्ड इनकम फंड: ये ETF बॉन्ड में निवेश करते हैं। बॉन्ड ETFs निवेशकों को एक विशिष्ट इंडेक्स, ऋण स्तर, या परिपक्वता तिथि में निवेश करने की अनुमति देते हैं। उदाहरण के लिए, Government Bond ETF एक बॉन्ड ETF है जो भारतीय सरकार द्वारा जारी बॉन्ड में निवेश करता है।
  • कमोडिटी फंड: ये ETF कमोडिटीज में निवेश करते हैं। कमोडिटी ETF निवेशकों को सोना, चांदी, तेल, और गैस जैसी वस्तुओं में निवेश करने की अनुमति देते हैं।
  • करेंसी फंड: ये ETF किसी खास मुद्रा (currency) को प्रतिबिम्बित करते हैं, जैसे US dollar, Euro, इत्यादि।
  • रियल स्टेट फंड: ये ETF किसी खास संपत्ति (property) को प्रतिबिम्बित करते हैं, जैसे कमर्शियल बिल्डिंग्स (Commercial Buildings), रेजिडेंशियल बिल्डिंग्स (Residential Buildings), इत्यादि
  • स्पेशलिटी (specialty)  फंड:  ये ETF  कुछ  निश्चित  (specific)  मार्केट  सेगमेंट  (segment)  को  प्रतिबिम्बित  करते  हैं,  जैसे  पर्यावरण, सामाजिक एवं शासन (ESG), आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI), इत्यादि।

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ईटीएफ में निवेश कैसे करें? How To Invest In An ETF?

भारत में ETF में निवेश करने के लिए, निम्नलिखित चरणों का पालन करें

  1. डिमेट खाता खोलें: पहला कदम एक वित्तीय डिमेट खाता खोलना है। डिमेट खाता आपको शेयर बाजार में निवेश करने की अनुमति देता है। आप बैंक, वित्तीय डिमेट बाजार कंपनी, या ऑनलाइन वित्तीय प्लेटफार्म के माध्यम से डिमेट खाता खोल सकते हैं।
  2. वित्तीय प्लेटफार्म चुनें: आपके डिमेट खाते के साथ जुड़े वित्तीय प्लेटफार्म का चयन करें, जिससे आप ETF खरीद और बेच सकेंगे। आपके पास विकल्प हो सकते हैं, और आपको वित्तीय योग्यता, व्यापकता, और वित्तीय सेवाओं के मौके की जांच करनी चाहिए। वित्तीय प्लेटफार्म जैसे की Groww, Upstox, आदि।
  3. वित्तीय लक्ष्य सेट करें: इसमें निवेश करने से पहले अपने वित्तीय लक्ष्य और निवेश की धारा को स्पष्ट करें। आपके निवेश के उद्देश्यों के आधार पर आपको विभिन्न प्रकार के ETFs का चयन करना होगा।
  4. ETF का चयन करें: वित्तीय प्लेटफार्म का चयन करने के बाद, आपको अपने निवेश लक्ष्यों के अनुसार उपयुक्त ETF का चयन करना होगा। यह आपके निवेश होराहा है, आपकी वित्तीय योग्यता, और आपके लक्ष्यों पर निर्भर करेगा।
  5. निवेश करें: इसका चयन करने के बाद, आप वित्तीय प्लेटफार्म के माध्यम से ETF के शेयर्स को खरीद सकते हैं। आपके खाते से धन जमा करें और फिर वित्तीय प्लेटफार्म पर जाकर ETF के शेयर्स को खरीदें।
  6. निवेश की मूल्य की निगरानी रखें: निवेश के बाद, आपको अपने निवेश की मूल्य की निगरानी रखनी चाहिए। ETFs के मूल्य में दिन-प्रतिदिन बदलाव हो सकता है, और आपको निवेश के प्रदर्शन को समय-समय पर देखने की आवश्यकता होती है।
  7. निवेश का पुनर्विचार करें: निवेश का पुनर्विचार करने में बिना किसी शीघ्र निर्णय के, आपके निवेश के लक्ष्यों और प्रदर्शन के साथ मिलते-जुलते रहना महत्वपूर्ण है। आप निवेश की स्थिति को निरंतर अपडेट करने और आपके लक्ष्यों के अनुसार निवेश को समीक्षित कर सकते हैं।

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ईटीएफ से पैसे कैसे कमाए? How To Earn Money?

पैसे कैसे कमाए

ETF से पैसे कमाने के दो तरीके हैं:

  • मूल्य वृद्धि से: जब आप एक ETF खरीदते हैं, तो आप उस ETF में निवेशित कंपनियों के शेयरों का एक अंश खरीदते हैं।
    • यदि उन कंपनियों के शेयरों की कीमत बढ़ जाती है, तो आपके ETF की कीमत भी बढ़ जाएगी।
    • जब आप अपने ETF को बेचते हैं, तो आप उस समय की कीमत पर अपना निवेश वापस पा सकते हैं जो उस समय थी।
  • वितरणों से: कुछ ETF वितरण प्रदान करते हैं, जो निवेशकों को लाभांश या ब्याज के रूप में नियमित रूप से आय प्रदान करते हैं।

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इससे पैसे कमाने के कुछ अतिरिक्त सुझाव निम्नलिखित हैं:

  • एक विविध पोर्टफोलियो बनाएं: अपने निवेश को कई अलग-अलग प्रकार के ETF में विभाजित करके, आप अपने जोखिम को कम कर सकते हैं।
  • अपने निवेश को लंबी अवधि के लिए रखें: इसमें निवेश करने से सबसे अच्छा रिटर्न लंबी अवधि में मिलता है।
  • अपने निवेश की निगरानी करते रहें: बाजार की स्थिति और अपने निवेश लक्ष्यों के आधार पर, आपको अपने निवेश को समायोजित करने की आवश्यकता हो सकती है।

उदाहरण:

  • मान लीजिए कि आप ₹10,000 में एक ETF खरीदते हैं, औरइसकी कीमत बढ़कर ₹12,000 हो जाती है। जब आप अपने ETF को बेचते हैं, तो आप ₹2,000 का लाभ कमाएंगे
  • मान लीजिए कि आप एक ETF खरीदते हैं जो वितरण प्रदान करता है।इसके प्रत्येक तिमाही में ₹100 का वितरण प्रदान करता है। यदि आप 10 साल तक ETF को रखते हैं, तो आप ₹4,000 का वितरण प्राप्त करेंगे।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इसमें निवेश करने से जोखिम होता है। इसकी कीमतें शेयरों की तरह उतार-चढ़ाव करती हैं, इसलिए निवेशकों को अपने निवेश का नुकसान होने का जोखिम होता है।

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क्या ईटीएफ शुरुआती लोगों के लिए अच्छा है? Is It Good For Beginners?

हाँ, ETF शुरुआती लोगों के लिए एक अच्छा निवेश विकल्प हो सकते हैं। यह निवेशकों को कम लागत पर विविधीकरण और तरलता प्रदान करते हैं।

ETF के कुछ फायदे जो शुरुआती लोगों के लिए आकर्षक हो सकते हैं, उनमें शामिल हैं:

  • ETF में निवेश कम खर्च में होता है, क्योंकि इनमें मैनेजमेंट फीस, एंट्री/एग्जिट लोड, स्टैम्प ड्यूटी आदि कम होते हैं।
  • इसमें निवेश कम रिस्क का होता है, क्योंकि ETF आपके पैसे को विविध (diversified) रूप से अलग-अलग स्टॉक में बांटता है।
  • ETF में निवेश सुविधाजनक होता है, क्योंकि इसको स्टॉक एक्सचेंज पर लाइव (live) मार्केट प्राइस पर खरीदा (buy) और बेचा (sell) किया जा सकता है।

हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ETF में निवेश करने से जोखिम होता है। इसकी कीमतें शेयरों की तरह उतार-चढ़ाव करती हैं, इसलिए निवेशकों को अपने निवेश का नुकसान होने का जोखिम होता है।

यदि आप एक नए निवेशक हैं, तो ETF में निवेश करने से पहले, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने जोखिम सहनशीलता और वित्तीय लक्ष्यों को समझें। एक वित्तीय सलाहकार से बात करना भी एक अच्छा विचार है।

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यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जो शुरुआती लोगों के लिए उपयोगी हो सकते हैं:

  • एक विविध पोर्टफोलियो बनाने के लिए ETF का उपयोग करें: ETF आपको कई अलग-अलग प्रकार की सिक्योरिटीज में निवेश करने की अनुमति देते हैं, जो निवेशकों को अपने जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं।
  • एक इंडेक्स ETF का उपयोग करके निष्क्रिय रूप से निवेश करें: इंडेक्स ETF एक इंडेक्स को ट्रैक करते हैं, जो निवेशकों को बाजार के प्रदर्शन के साथ अपने निवेश को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
  • अपने निवेश को लंबी अवधि के लिए रखें: ETF में निवेश करने से सबसे अच्छा रिटर्न लंबी अवधि में मिलता है।

कुल मिलाकर, ईटीएफ शुरुआती लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं जो कम लागत पर विविधीकरण और तरलता प्राप्त करना चाहते हैं।

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क्या मुझे ईटीएफ में निवेश करना चाहिए? Do I Have To Invest?

यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपके निवेश लक्ष्य और जोखिम सहनशीलता क्या हैं। ETF निवेशकों को कम लागत पर विविधीकरण और तरलता प्रदान करते हैं, जो कई निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकता है।

यदि आप एक नए निवेशक हैं, तो यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है। ETF निवेशकों को कई अलग-अलग प्रकार की सिक्योरिटीज में निवेश करने की अनुमति देते हैं, जो निवेशकों को अपने जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं।

हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इसमें निवेश करने से जोखिम होता है। इसकी कीमतें शेयरों की तरह उतार-चढ़ाव करती हैं, इसलिए निवेशकों को अपने निवेश का नुकसान होने का जोखिम होता है।

यदि आप ETF में निवेश करने पर विचार कर रहे हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने जोखिम सहनशीलता और वित्तीय लक्ष्यों को समझें। एक वित्तीय सलाहकार से बात करना भी एक अच्छा विचार है।

यहां कुछ सवाल हैं जो आप अपने आप से पूछ सकते हैं कि क्या आपको ETF में निवेश करना चाहिए:

  • क्या मैं कम लागत पर विविधीकरण और तरलता चाहता हूं?
  • क्या मैं अपने निवेश को लंबी अवधि के लिए रखने के लिए तैयार हूं?
  • क्या मैं शेयर बाजार के जोखिम को समझता हूं?

यदि आप इन सवालों के जवाब में हां कहते हैं, तो यह आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

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क्या ईटीएफ सुरक्षित है? Is ETF Safe?

Kya yeh safe hai

ETF सुरक्षित हैं, लेकिन वे जोखिम से मुक्त नहीं हैं। इसकी कीमतें शेयरों की तरह उतार-चढ़ाव करती हैं, इसलिए निवेशकों को अपने निवेश का नुकसान होने का जोखिम होता है।

ETF को सुरक्षित बनाने के लिए कई उपाय किए जाते हैं। इसको एक ट्रस्ट द्वारा प्रबंधित किया जाता है, जो निवेशकों के पैसे को सुरक्षित रखता है। इसको एक एक्सचेंज पर कारोबार किया जाता है, जो निवेशकों को अपने निवेश को जल्दी और आसानी से खरीदने और बेचने की अनुमति देता है।

ETF में निवेश करने से पहले, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने जोखिम सहनशीलता और वित्तीय लक्ष्यों को समझें। एक वित्तीय सलाहकार से बात करना भी एक अच्छा विचार है।

कुल मिलाकर, यह आमतौर पर सुरक्षित निवेश माना जाता है। हालांकि, ईटीएफ में निवेश करने से कुछ जोखिम होते हैं, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने निवेश लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता को समझें।

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ETF पर कितना Tax लगता हैं?

ETF पर निम्नलिखित प्रकार के कर लगते हैं:

  • परिसंक्रमण शुल्क (Transaction Fees): ETF खरीदने और बेचने पर एक छोटा सा शुल्क लग सकता है। यह शुल्क इसके प्रबंधक को भुगतान किया जाता है।
  • प्रतिफल शुल्क (Management Fees): ETF को प्रबंधित करने के लिए एक छोटा सा शुल्क लग सकता है। यह शुल्क इसके प्रबंधक को भुगतान किया जाता है।
  • लाभ पर कर (Capital Gains Tax): ETF को बेचने पर किसी भी लाभ पर कर लगाया जाता है। लाभ की गणना इसकी बिक्री मूल्य और खरीद मूल्य के बीच के अंतर के रूप में की जाती है।

भारत में, ETF से होने वाले लाभ पर निम्नलिखित कर दरें लागू होती हैं:

  • इक्विटी ETF:
    • शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन (STCG): 1 साल से कम समय के लिए ETF को बेचने पर होने वाले लाभ पर 15% कर लगाया जाता है।
    • लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG): 1 साल से अधिक समय के लिए ETF को बेचने पर होने वाले लाभ पर 10% (1 लाख रुपये तक की छूट के साथ) कर लगाया जाता है
  • डेट ETF और गोल्ड ETF:
    • शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन (STCG): 3 साल से कम समय के लिए ETF को बेचने पर होने वाले लाभ को निवेशक की इनकम टैक्स के साथ जोर लिया जाता है। उन्हें अपने इनकम के मुताबिक कर देना परता है।
    • लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG): 3 साल से अधिक समय के लिए ETF को बेचने पर होने वाले लाभ पर 20% कर लगाया जाता है

इससे होने वाले लाभ पर कर बचाने के लिए, निवेशक अपने निवेश को 3 साल से अधिक समय तक रख सकते हैं। इससे LTCG के लिए पात्रता मिलती है, जो STCG की तुलना में कम कर दर है।

ETF पर कर कैसे बचाएं:

  • अपने निवेश को लंबी अवधि के लिए रखें। इससे LTCG के लिए पात्रता मिलती है, जो STCG की तुलना में कम कर दर है।
  • एक इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) में निवेश करें। ELSS एक प्रकार का ETF है जो 3 साल के लिए लॉक-इन अवधि के साथ आता है। इससे LTCG के लिए पात्रता मिलती है, और कोई परिसंक्रमण शुल्क नहीं लगता है।

यदि आप ETF में निवेश करने पर विचार कर रहे हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने निवेश लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता को समझें। इसके अतिरिक्त, यह महत्वपूर्ण है कि आप इस पर लागू होने वाले करों को समझें।

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निष्कर्ष (Conclusion) – (ईटीएफ) ETF क्या होते हैं?

ETFs (Exchange-Traded Funds) वित्तीय बाजार में एक महत्वपूर्ण और प्रभावी निवेश विकल्प होते हैं। ये एक प्रकार के निवेश उपकरण होते हैं जिनका उपयोग विभिन्न प्रकार की संपत्तियों, एसेट्स, और सेक्टरों में निवेश करने के लिए किया जा सकता है। ETFs का निवेश करना बेहद आसान होता है और इन्हें खरीदने और बेचने के लिए बाजार में ट्रेड किया जा सकता है, जिससे वित्तीय स्वतंत्रता मिलती है।

एक ETF निवेशक बिना उसके प्रतिस्थापनी सम्पत्ति को बेचे, वित्तीय वितरण को बदल सकता है और निवेश की विविधता को बढ़ावा दे सकता है। ये अच्छे तरीके से विविधता और लिक्विडिटी का मिलाजुला पैकेज प्रदान करते हैं।

आपको यह ध्यान में रखना चाहिए, कि आपके निवेश के लक्ष्य, योग्यता, और रिस्क के हिसाब से इसका चयन करना होगा। सवालों को पूछने और समझने के बाद, तुम ETFs का सही तरीके से उपयोग करके अपने वित्तीय लक्ष्यों की प्राप्ति कर सकते हो।

ETFs एक आम निवेशक के लिए एक अच्छा तरीका हो सकता है निवेश करने का, परंतु सवदानीपूर्णता से और समझदारी से निवेश करना हमेशा महत्वपूर्ण होता है।

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FAQs (सामान्य प्रश्न-उत्तर) – ETF Kya Hote Hai?

  1. मैं ईटीएफ में सीधे निवेश कैसे करूं?

    ईटीएफ में सीधे निवेश के लिए आपको एक वित्तीय दलाल या ऑनलाइन निवेश प्लेटफ़ॉर्म पर खाता खोलना होगा, फिर चयनित ETF के शेयर्स खरीदने के लिए निवेश कर सकते हैं।

  2. आपको ईटीएफ कब खरीदना चाहिए?

    आपको ETFs खरीदने का समय वित्तीय लक्ष्य, निवेश की योग्यता, और बाजार की स्थिति के आधार पर तय करना चाहिए; सामान्यत: निवेश की दीर्घकालिक दृष्टि में ध्यान देना अच्छा हो सकता है।

  3. ETF और म्यूचुअल फंड में क्या अंतर है?

    ETF और म्यूचुअल फंड दोनों निवेशकों के पैसे को एक साथ इकट्ठा करते हैं और उन्हें विभिन्न सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं। हालांकि, ETF शेयर बाजार में शेयरों की तरह खरीदे और बेचे जा सकते हैं, जबकि म्यूचुअल फंड केवल खरीदे जा सकते हैं। इसमें निवेश करने के लिए न्यूनतम राशि आमतौर पर म्यूचुअल फंड की तुलना में अधिक होती है।

  4. ETF में निवेश करने के लिए न्यूनतम राशि क्या है?

    इसमें निवेश करने के लिए न्यूनतम राशि आमतौर पर ₹1000 या ₹5000 होती है। हालांकि, कुछ ETF में निवेश करने के लिए न्यूनतम राशि ₹10000 या उससे अधिक हो सकती है।

  5. ETF में निवेश करने के लिए सबसे अच्छा तरीका क्या है?

    इसमें निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका एक डिस्काउंट ब्रोकर के माध्यम से है। डिस्काउंट ब्रोकर्स आमतौर पर ETF में निवेश करने के लिए कम शुल्क लेते हैं।

  6. ETF में निवेश करने का जोखिम क्या है?

    इसमें निवेश करने से जोखिम होता है। ETF में निवेश करने वाले निवेशकों को यह समझना चाहिए कि उनके निवेश का मूल्य घट सकता है।

  7. भारत में कौन से ETF उपलब्ध हैं?

    भारत में, विभिन्न प्रकार के ETF उपलब्ध हैं, जिसमें स्टॉक ETF, बॉन्ड ETF, कमोडिटी ETF, और इंडेक्स ETF शामिल हैं। कुछ लोकप्रिय भारतीय ETF में Nifty 50 ETF, Sensex ETF, Gold ETF, और Silver ETF शामिल हैं।

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