क्लोज एंडेड और ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड क्या है? Close Ended & Open Ended Mutual Funds

क्या आप निवेश करना चाहते हैं, लेकिन शेयर बाजार में सीधे निवेश करने से डरते हैं?

अगर ऐसा है, तो म्यूचुअल फंड एक बढ़िया विकल्प हो सकता है। म्यूचुअल फंड एक तरह का सामूहिक निवेश है जिसमें कई निवेशक एक साथ मिलकर एक फंड बनाते हैं। इस फंड का प्रबंधन एक फंड मैनेजर करता है, जो निवेशकों की ओर से सिक्योरिटीज में निवेश करता है।

म्यूचुअल फंड दो प्रकार के होते हैं: क्लोज एंडेड और ओपन एंडेड (Close Ended & Open Ended)। क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड एक निश्चित संख्या में यूनिट के साथ शुरू होते हैं, जबकि ओपन एंडेड फंड हमेशा नई यूनिट जारी करते रहते हैं।

तो, क्लोज एंडेड और ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड में से कौन सा सही है?

इस लेख में, हम इन दो प्रकार के म्यूचुअल फंडों के बीच के अंतरों को देखेंगे। हम यह भी देखेंगे कि आपके निवेश लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के आधार पर कौन सा प्रकार आपके लिए सबसे अच्छा है।

क्लोज एंडेड और ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड क्या है - Close Ended & Open Ended Mutual Funds

Contents

ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड से क्या मतलब है? Open Ended Mutual Fund Scheme क्या होती हैं?

ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है जिसमें निवेशक किसी भी समय यूनिट खरीद या बेच सकते हैं। इन फंडों को हमेशा नई यूनिट जारी की जाती हैं, और निवेशकों को उनके लिए एक निश्चित कीमत का भुगतान करना होता है, जिसे नेट एसेट वैल्यू (NAV) कहा जाता है। NAV फंड की कुल संपत्ति को फंड की कुल इकाइयों से विभाजित करके निर्धारित किया जाता है।

यदि आप फंड से पैसे निकालना चाहते हैं, तो आप फंड मैनेजर को यूनिट बेच सकते हैं। फंड मैनेजर आपको NAV पर यूनिट की कीमत देगा।

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उदाहरण (Example):

एक व्यक्ति ₹10,000 में एक ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहता है। फंड की NAV ₹100 है। इसलिए, व्यक्ति को 100 यूनिट खरीदनी होंगी।

अगले दिन, फंड की NAV ₹110 हो जाती है। व्यक्ति अपनी 100 यूनिट को ₹11,000 में बेच सकता है। इस प्रकार, व्यक्ति ने ₹1,000 का लाभ कमाया है

ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प हैं। ये फंड लिक्विडिटी, विविधीकरण और पेशेवर प्रबंधन प्रदान करते हैं।

ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड के क्या फायदे और नुकसान हैं? Advantages & Disadvantages

ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड के फायदे:

  1. लिक्विडिटी की सुविधा: ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड निवेशकों को उनके निवेश को किसी भी समय खरीदने और बेचने की स्वतंत्रता प्रदान करते हैं, जिससे निवेशकों को लिक्विडिटी की अधिक सुविधा मिलती है।
  2. न्यूनतम निवेश: ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए आपको आमतौर पर न्यूनतम निवेश राशि की आवश्यकता होती है, जो निवेशकों के लिए सामान्यत: पहुंचने वाली होती है।
  3. पेशेवर वित्त सुझाव: ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड के पेशेवर प्रबंधक होते हैं जो पोर्टफोलियो को प्रबंधित करते हैं, इससे निवेशकों को वित्त सलाह प्राप्त करने का अवसर मिलता है।
  4. रिस्क डिवर्सिफिकेशन: ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो में निवेशकों के पैसे को विभिन्न सेक्टरों और सुरक्षा क्लासों में वितरित करते हैं, जिससे निवेशकों की रिस्क को घटाने में मदद मिलती है।

ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड के नुकसान:

  1. नकारात्मक प्रतिष्ठान: ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड में निवेशक अपने निवेश को किसी भी समय बेच सकते हैं, लेकिन यह नकारात्मक प्रतिष्ठान का खतरा बढ़ाता है क्योंकि वे अपने निवेश को बुरे बाजार में बेच सकते हैं और लॉस पाने का खतरा होता है।
  2. नकदी की कमी: जब बहुत सारे निवेशक एक साथ अपने पैसे को निकालने का फैसला करते हैं, तो म्यूचुअल फंड कंपनी को नकदी की कमी का सामना करना पड़ सकता है, जिससे निवेशकों को नकादी की प्राप्ति में देरी हो सकती है।
  3. निवेशक की व्यक्तिगत नियंत्रण की कमी: निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो पर पूरी तरह से व्यक्तिगत नियंत्रण नहीं होता, क्योंकि यह प्रबंधकों द्वारा प्रबंधित होता है।
  4. निवेशक की वित्तीय शिक्षा की आवश्यकता: ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड के बारे में समझने और ठीक फंड चुनने के लिए निवेशकों को वित्तीय शिक्षा की आवश्यकता होती है।

इन फायदों और नुकसानों का ध्यान रखते हुए, निवेशकों को बेहतरीन निवेश की ओर बढ़ने से पहले समझना चाहिए कि कैसे ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड काम करते हैं और उनके निवेश के लक्ष्यों के साथ मेल खाते हैं।

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ओपन एंड म्यूचुअल फंड्स की कीमत कैसे होती है? Rate Of Open Ended Mutual Funds

ओपन एंड म्यूचुअल फंड्स की कीमत नेट एसेट वैल्यू (NAV) पर आधारित होती है। NAV फंड की कुल संपत्ति को फंड की कुल इकाइयों से विभाजित करके निर्धारित किया जाता है।

उदाहरण के लिए, यदि एक ओपन एंड म्यूचुअल फंड की कुल संपत्ति ₹100 करोड़ है और इसमें 1 करोड़ यूनिट हैं, तो NAV ₹100 होगी। इसका मतलब है कि एक यूनिट की कीमत ₹100 है।

निवेशक हमेशा NAV पर यूनिट खरीद या बेच सकते हैं। यदि फंड की NAV बढ़ती है, तो निवेशक अपने यूनिट को अधिक कीमत पर बेच सकते हैं और लाभ कमा सकते हैं। यदि फंड की NAV घटती है, तो निवेशकों को अपने यूनिट को कम कीमत पर खरीदना होगा और नुकसान होगा।

ओपन एंड म्यूचुअल फंड्स की कीमतें बाजार में उतार-चढ़ाव के अधीन होती हैं। इसका मतलब है कि फंड की NAV दिन-प्रतिदिन बदल सकती है।

ओपन एंड म्यूचुअल फंड की कीमत निर्धारित करने के लिए निम्नलिखित कारक शामिल हैं:

  • फंड की कुल संपत्ति
  • फंड में निवेश की गई प्रतिभूतियों की कीमत
  • फंड के निवेश लक्ष्य
  • फंड के निवेश रणनीति

ओपन एंड म्यूचुअल फंडों की कीमतों को प्रभावित करने वाले कुछ कारक हैं:

  • बाजार की स्थिति: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव फंड की NAV को प्रभावित कर सकता है।
  • ब्याज दरें: ब्याज दरों में वृद्धि या कमी फंड की NAV को प्रभावित कर सकती है।
  • मुद्रास्फीति: मुद्रास्फीति फंड की NAV को प्रभावित कर सकती है।
  • राजनीतिक और आर्थिक स्थिति: राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता फंड की NAV को प्रभावित कर सकती है।

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क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड क्या है? Close Ended Mutual Fund Scheme क्या होती हैं?

क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है जिसमें निवेशक एक निश्चित अवधि के लिए यूनिट खरीद सकते हैं। इन फंडों को आमतौर पर एक न्यू फंड ऑफर (NFO) के माध्यम से जारी किया जाता है, जिसमें निवेशकों को एक निश्चित कीमत पर यूनिट खरीदने का मौका मिलता है।

NFO की समाप्ति के बाद, फंड की यूनिटें स्टॉक एक्सचेंजों पर ट्रेड की जाती हैं और निवेशक इन यूनिटों को बाजार मूल्य पर खरीद या बेच सकते हैं।

उदाहरण:

एक कंपनी एक क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड लॉन्च करती है जो ₹100 की कीमत पर 1 करोड़ यूनिट जारी करती है। NFO की अवधि 30 दिन है। NFO के समाप्त होने के बाद, फंड की यूनिटें स्टॉक एक्सचेंजों पर ₹120 पर लिस्टेड होती हैं।

एक निवेशक जो NFO के समाप्त होने से पहले ₹100 में 100 यूनिट खरीदता है, उसे ₹10,000 का निवेश करना होगा। अगर निवेशक 30 दिनों के बाद ₹120 में अपनी यूनिटों को बेचता है, तो उसे ₹12,000 मिलेंगे। इस प्रकार, निवेशक ने ₹2,000 का लाभ कमाया है।

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क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड के क्या फायदे और नुकसान हैं? Advantages & Disadvantages

क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड के फायदे:

  • लिक्विडिटी: NFO के समाप्त होने के बाद, क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड की यूनिटें स्टॉक एक्सचेंजों पर ट्रेड की जाती हैं। इसका मतलब है कि निवेशक अपनी यूनिटों को किसी भी समय बेच सकते हैं।
  • विविधीकरण: क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड विभिन्न प्रकार की सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं, जो निवेशकों को अपने जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
  • पेशेवर प्रबंधन: क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंडों को पेशेवर फंड मैनेजरों द्वारा प्रबंधित किया जाता है, जो निवेशकों की ओर से सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं।

क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड के नुकसान:

  • लिक्विडिटी की कमी: NFO के समाप्त होने से पहले यूनिटों को बेचना मुश्किल हो सकता है।
  • उच्च लागत: क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंडों में ओपन एंड म्यूचुअल फंडों की तुलना में अधिक लागत हो सकती है।
  • जोखिम: क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड इक्विटी और डेट दोनों में निवेश कर सकते हैं, इसलिए इनमें निवेश करने से जोखिम भी हो सकता है।

क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड विशिष्ट निवेशकों के लिए उपयुक्त होते हैं, जो विशिष्ट निकासी अवसरों की तलाश में हैं, और जिन्हें लिक्विडिटी की अधिक आवश्यकता नहीं होती।

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मैं क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड में कैसे निवेश करूं? How To Invest In Close Ended Mutual Funds?

क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए, निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  1. एक म्यूचुअल फंड कंपनी खोजें: सबसे पहले, आपको एक म्यूचुअल फंड कंपनी खोजने की आवश्यकता है जो क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड पेश करती है। आप किसी भी म्यूचुअल फंड पोर्टल या वेबसाइट का उपयोग करके ऐसा कर सकते हैं।
  2. उस फंड का चयन करें जिसमें आप निवेश करना चाहते हैं: एक बार जब आप एक म्यूचुअल फंड कंपनी खोज लेते हैं, तो आपको उस फंड का चयन करने की आवश्यकता है जिसमें आप निवेश करना चाहते हैं। आप फंड की निवेश रणनीति, फंड का प्रदर्शन और फंड का शुल्क देखकर ऐसा कर सकते हैं।
  3. एक डीमैट खाता खोलें: क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए, आपको एक डीमैट खाते की आवश्यकता होती है। आप किसी भी ब्रोकरेज कंपनी से डीमैट खाता खोल सकते हैं।
  4. उस डीमैट खाते को म्यूचुअल फंड कंपनी के साथ लिंक करें: एक बार जब आपके पास डीमैट खाता हो जाता है, तो आपको इसे उस म्यूचुअल फंड कंपनी के साथ लिंक करने की आवश्यकता होती है जिसमें आप निवेश करना चाहते हैं। ऐसा करने के लिए, आप म्यूचुअल फंड कंपनी की वेबसाइट या एप्लिकेशन का उपयोग कर सकते हैं।
  5. फंड में निवेश करने के लिए एक आवेदन पत्र भरें: एक बार जब आपका डीमैट खाता म्यूचुअल फंड कंपनी के साथ लिंक हो जाता है, तो आप फंड में निवेश करने के लिए एक आवेदन पत्र भर सकते हैं। आप म्यूचुअल फंड कंपनी की वेबसाइट या एप्लिकेशन का उपयोग करके ऐसा कर सकते हैं।
  6. फंड में निवेश करने के लिए आवश्यक राशि का भुगतान करें: एक बार जब आप आवेदन पत्र भर लेते हैं, तो आपको फंड में निवेश करने के लिए आवश्यक राशि का भुगतान करना होगा।
    • आप म्यूचुअल फंड कंपनी की वेबसाइट या एप्लिकेशन का उपयोग करके ऐसा कर सकते हैं।
    • NFO के दौरान या NFO के समाप्त होने के बाद स्टॉक एक्सचेंज पर फंड की यूनिटें खरीदें।

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NFO के दौरान निवेश करने के लिए:

  1. NFO के समापन की तारीख से पहले आवेदन करें।
  2. NFO के समापन की तारीख को, आपको फंड की यूनिटों के आवंटन की सूचना मिलेगी।
  3. आवंटन प्राप्त करने के बाद, आप अपनी यूनिटों को स्टॉक एक्सचेंज पर बेच सकते हैं।

NFO के समाप्त होने के बाद निवेश करने के लिए:

  1. स्टॉक एक्सचेंज पर फंड की यूनिटों की कीमत की जांच करें।
  2. आपको पसंद आने वाली कीमत पर फंड की यूनिटें खरीदें।

क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए कुछ सुझाव:

  • अपने निवेश लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के आधार पर सही फंड का चयन करें।
  • फंड की निवेश रणनीति और प्रदर्शन का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करें।
  • फंड के शुल्कों को समझें।
  • निवेश करने से पहले फंड के वित्तीय विवरणों की समीक्षा करें।

क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड एक निवेश विकल्प है जो निवेशकों को लिक्विडिटी, विविधीकरण और पेशेवर प्रबंधन प्रदान करता है। हालांकि, इनमें उच्च लागत और जोखिम भी हो सकता है। निवेशक को अपने निवेश लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के आधार पर सही प्रकार के क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड का चयन करना चाहिए।

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क्लोज्ड एंड फंड्स में निवेश क्यों करें? Why To Invest In Close Ended Mutual Funds?

क्लोज्ड एंड फंड्स में निवेश करने के कई कारण हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • लिक्विडिटी: NFO के समाप्त होने के बाद, क्लोज्ड एंड फंड्स की यूनिटें स्टॉक एक्सचेंजों पर ट्रेड की जाती हैं। इसका मतलब है कि निवेशक अपनी यूनिटों को किसी भी समय बेच सकते हैं।
  • विविधीकरण: क्लोज्ड एंड फंड्स विभिन्न प्रकार की सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं, जो निवेशकों को अपने जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
  • पेशेवर प्रबंधन: क्लोज्ड एंड फंडों को पेशेवर फंड मैनेजरों द्वारा प्रबंधित किया जाता है, जो निवेशकों की ओर से सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं।
  • छूट पर खरीदारी: NFO के समाप्त होने के बाद, क्लोज्ड एंड फंड्स की यूनिटें अक्सर अपने अंतर्निहित परिसंपत्ति मूल्य (NAV) से कम पर कारोबार करती हैं। इसका मतलब है कि निवेशक छूट पर खरीद सकते हैं और लंबी अवधि में लाभ कमा सकते हैं।
  • उच्च रिटर्न: क्लोज्ड एंड फंड्स अक्सर उच्च रिटर्न प्रदान करते हैं। इसका कारण यह है कि वे अक्सर अल्पकालिक ट्रेंड से लाभ उठाते हैं या उच्च रिटर्न वाले क्षेत्रों में निवेश करते हैं।
  • वित्तीय विशेषज्ञता: क्लोज्ड एंड फंड्स को पेशेवर फंड मैनेजरों द्वारा प्रबंधित किया जाता है। इन मैनेजरों के पास बाजारों और निवेश के बारे में गहन ज्ञान और अनुभव होता है।

क्लोज्ड एंड फंड्स उन निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प हैं जो:

  • लम्बी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं।
  • लिक्विडिटी की चिंता नहीं करते हैं।
  • उच्च जोखिम क्षमता रखते हैं।

हालांकि, क्लोज्ड एंड फंड्स में निवेश करने से पहले, निवेशकों को अपने निवेश लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता पर विचार करना चाहिए।

कुल मिलाकर, क्लोज्ड एंड फंड्स एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं उन निवेशकों के लिए जो लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं और जोखिम लेने के लिए तैयार हैं। हालांकि, निवेशकों को अपने निवेश लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता पर विचार करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे किसी भी निवेश से पहले पूरी तरह से समझ लें।

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ओपन एंडेड और क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड में क्या अंतर है? Difference Between Close Ended & Open Ended Mutual Funds

ओपन एंडेड और क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड दो प्रकार के म्यूचुअल फंड हैं। इन दोनों के बीच मुख्य अंतर यह है कि ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड निवेशकों को किसी भी समय यूनिट खरीदने या बेचने की अनुमति देते हैं, जबकि क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड केवल एक निर्धारित अवधि के दौरान यूनिट खरीदने या बेचने की अनुमति देते हैं।

ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड

  • निवेशक किसी भी समय यूनिट खरीद या बेच सकते हैं।
  • यूनिटों की कीमत नेट एसेट वैल्यू (NAV) पर आधारित होती है।
  • निवेशकों को खरीदने या बेचने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होता है।
  • निवेशकों को लॉक-इन अवधि का पालन करने की आवश्यकता नहीं होती है।
  • निवेशकों को आमतौर पर ओपन एंडेड म्यूचुअल फंडों में निवेश करने के लिए कम शुल्क देना पड़ता है।

क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड

  • निवेशक केवल NFO के दौरान या NFO के समाप्त होने के बाद यूनिट खरीद या बेच सकते हैं।
  • यूनिटों की कीमत बाजार में उतार-चढ़ाव के अधीन होती है।
  • निवेशकों को खरीदने या बेचने के लिए शुल्क देना पड़ सकता है।
  • निवेशकों को लॉक-इन अवधि का पालन करना पड़ सकता है।
  • निवेशकों को आमतौर पर क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंडों में निवेश करने के लिए अधिक शुल्क देना पड़ता है।

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ओपन एंडेड और क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड के बीच तुलना (Comparison Table)

विशेषताओपन एंडेड म्यूचुअल फंडक्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड
यूनिट खरीदने या बेचने की क्षमताकिसी भी समयNFO के दौरान या NFO के समाप्त होने के बाद
यूनिट की कीमतNAV पर आधारितबाजार में उतार-चढ़ाव के अधीन
शुल्कआमतौर पर कमआमतौर पर अधिक
लॉक-इन अवधिनहींहो सकता है
जोखिमकमअधिक

ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड के लिए कौन उपयुक्त है?

ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड उन निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प हैं जो निम्नलिखित चाहते हैं:

  • तरलता: वे किसी भी समय अपनी यूनिटों को बेच सकते हैं।
  • कम लागत: वे आमतौर पर क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंडों की तुलना में कम लागत पर उपलब्ध होते हैं।
  • विविधीकरण: वे विभिन्न प्रकार की सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं।

क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड के लिए कौन उपयुक्त है?

क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड उन निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प हैं जो निम्नलिखित चाहते हैं:

  • उच्च रिटर्न: वे अक्सर उच्च रिटर्न प्रदान करते हैं।
  • लिक्विडिटी: NFO के समाप्त होने के बाद, यूनिटें स्टॉक एक्सचेंजों पर कारोबार करती हैं।
  • विविधीकरण: वे विभिन्न प्रकार की सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं।

निवेशकों को अपने निवेश लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के आधार पर सही प्रकार के म्यूचुअल फंड का चयन करना चाहिए।

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कौन सा प्रकार बेहतर है? Which One Is Better – Close Ended Vs Open Ended Mutual Funds?

क्लोज एंडेड और ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड दोनों अपने स्वाधीनता और निवेशकों के लिए उपयुक्त संभावनाओं के साथ आते हैं, और यह निवेशक के वित्तीय लक्ष्यों और आवश्यकताओं पर निर्भर करता है कि कौनसा प्रकार बेहतर है।

जो निवेशक लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं और तरलता की चिंता नहीं करते हैं, उनके लिए क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं। जो निवेशक कम लागत और कम जोखिम की तलाश में हैं, उनके लिए ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड एक बेहतर विकल्प हो सकते हैं।

इसलिए, ओपन एंडेड और क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड्स में से कौनसा प्रकार बेहतर है, यह आपके वित्तीय लक्ष्यों, आवश्यकताओं, और रिस्क टोलरेंस पर निर्भर करेगा। आपको एक वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना बेहतर हो सकता है जो आपके वित्तीय स्थिति को मूल्यांकन करने और आपके लिए सही निवेश प्रकार का सुझाव देगा।

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निष्कर्ष (Conclusion): क्लोज एंडेड और ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड क्या है?

इस आर्टिकल में, हमने ओपन एंडेड और क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड के बीच अंतर पर चर्चा की है। हमने देखा कि ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड लगातार निवेशकों से यूनिट खरीदते और बेचते हैं, जबकि क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड एक निश्चित संख्या में यूनिट जारी करते हैं जिन्हें केवल NFO के दौरान या NFO के समाप्त होने के बाद स्टॉक एक्सचेंज पर खरीदा या बेचा जा सकता है।

क्लोज एंडेड म्यूचुअल फंड उन निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं जो:

  • लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं।
  • तरलता की चिंता नहीं करते हैं।
  • उच्च जोखिम क्षमता रखते हैं।

ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड उन निवेशकों के लिए एक बेहतर विकल्प हो सकते हैं जो:

  • कम लागत और कम जोखिम की तलाश में हैं।
  • जल्दी से पैसे निकालने की आवश्यकता हो सकती है।
  • कम जोखिम क्षमता रखते हैं।

यह महत्वपूर्ण है कि निवेशक अपने निवेश लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता को समझें और किसी भी निवेश से पहले पूरी तरह से समझ लें।

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FAQs (सामान्य प्रश्न-उत्तर): Close Ended & Open Ended Mutual Funds Kya Hai?

क्लोज एंडेड और ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड में से कौन सा बेहतर है?

यह निर्भर करता है कि आपके निवेश लक्ष्य और जोखिम सहनशीलता क्या हैं। क्लोज एंडेड फंड निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव से लाभान्वित होने का अवसर प्रदान करते हैं। ओपन एंडेड फंड लिक्विडिटी प्रदान करते हैं, जिसका अर्थ है कि निवेशक अपनी निवेश राशि को जल्दी से निकाल सकते हैं।

मैं क्लोज एंडेड फंड में कैसे निवेश कर सकता हूं?

आप एक शेयरब्रोकर या म्यूचुअल फंड कंपनी के माध्यम से क्लोज एंडेड फंड में निवेश कर सकते हैं।

मैं ओपन एंडेड फंड में कैसे निवेश कर सकता हूं?

आप एक शेयरब्रोकर या म्यूचुअल फंड कंपनी के माध्यम से ओपन एंडेड फंड में निवेश कर सकते हैं।

क्लोज एंडेड फंड की कीमत कैसे निर्धारित की जाती है?

क्लोज एंडेड फंड की कीमत आमतौर पर बाजार में प्रचलित मांग-आपूर्ति गतिशील पर निर्भर करती है। इसका मतलब है कि क्लोज एंडेड फंड कभी-कभी अपने अंतर्निहित परिसंपत्ति मूल्य (NAV) से अधिक या कम पर कारोबार कर सकते हैं।

क्या ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड में निवेश करना सुरक्षित है?

ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड में निवेश करना सामान्यत: सुरक्षित होता है, लेकिन निवेशकों को बाजार के जोखिमों को समझना और उनके साथ निवेश करने के फैसले को ध्यानपूर्वक लेना चाहिए।

ओपन एंडेड फंड की कीमत कैसे निर्धारित की जाती है?

ओपन एंडेड फंड की कीमत आमतौर पर NAV पर आधारित होती है। NAV फंड की कुल संपत्ति को फंड की कुल इकाइयों से विभाजित करके निर्धारित किया जाता है।

क्या क्लोज एंडेड और ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड के बीच कोई और अंतर है?

हाँ, क्लोज एंडेड और ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड के बीच कई अंतर हैं, जैसे कि निकासी की छूट, निवेश करने की प्रक्रिया, और निवेशकों की स्वतंत्रता।

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