म्यूचुअल फंड में एक्सपेंस रेश्यो क्या है? Expense Ratio Meaning In Hindi

म्यूचुअल फंड, जैसे कि शेयर बाजार और निवेश के जगह परंपरागत हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके निवेश में कितना खर्च हो रहा है? हम बात कर रहे हैं म्यूचुअल फंड में “एक्सपेंस रेश्यो (Expense Ratio)” की, जिसका आपके निवेश पर बड़ा प्रभाव हो सकता है।

इस लेख में, हम आपको सरल भाषा में समझाएंगे कि एक्सपेंस रेश्यो क्या है और यह आपके निवेश को कैसे प्रभावित करता है। हम आपको बताएंगे कि आपको कैसे यह जान सकते हैं कि आपके चयनित म्यूचुअल फंड का एक्सपेंस रेश्यो क्या है और कैसे आप अपने निवेश को स्मार्ट रूप से प्रबंधित कर सकते हैं।

आइए इस महत्वपूर्ण निवेश अंश को और अच्छी तरह से समझने का प्रयास करें ताकि आपका पैसा आपकी निवेशों से ही न कम हो, बल्कि अधिक हो।

म्यूचुअल फंड में एक्सपेंस रेश्यो क्या है - What Is Expense Ratio In Hindi?

Contents

म्यूचुअल फंड में एक्सपेंस रेश्यो क्या है? Expense Ratio Meaning In Hindi

म्यूचुअल फंड में एक्सपेंस रेश्यो एक प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया जाने वाला शुल्क है जो निवेशकों को म्यूचुअल फंड के प्रबंधन के लिए फंड हाउस को भुगतान करना होता है। यह शुल्क म्यूचुअल फंड के प्रबंधन से जुड़े सभी खर्चों को कवर करता है, जिसमें निवेश प्रबंधन शुल्क, प्रशासनिक शुल्क, और विपणन शुल्क शामिल हैं।

उदाहरण के लिए, यदि एक म्यूचुअल फंड का एक्सपेंस रेश्यो 2% है, तो इसका मतलब है कि हर 100 रुपये के निवेश पर आपको 2 रुपये का शुल्क देना होगा।

एक्सपेंस रेश्यो का रिटर्न पर सीधा प्रभाव पड़ता है। यह जितना कम होगा, निवेशकों को उतना ही अधिक रिटर्न मिलेगा। इसका कारण यह है कि एक्सपेंस रेश्यो का मतलब है कि निवेशकों के पास अपने निवेश से कम पैसा है।

ER को समझने के लिए एक उदाहरण देखें:

मान लीजिए कि आप 10,000 रुपये का निवेश करते हैं और एक म्यूचुअल फंड का एक्सपेंस रेश्यो 2% है। यदि म्यूचुअल फंड 10% रिटर्न देता है, तो आपका नेट रिटर्न 8% होगा।

कैल्कुलेट करने के लिए:

10,000 * 10% = 1,000 1,000 – 2% * 10,000 = 800

इस उदाहरण में, एक्सपेंस रेश्यो के कारण आपका नेट रिटर्न 200 रुपये कम हो गया।

एक्सपेंस रेश्यो म्यूचुअल फंड चुनते समय एक महत्वपूर्ण कारक है। निवेशकों को कम एक्सपेंस रेश्यो वाले म्यूचुअल फंड की तलाश करनी चाहिए।

कुछ टिप्स:

  • विभिन्न फंड हाउस और म्यूचुअल फंड के बीच एक्सपेंस रेश्यो की तुलना करें।
  • इंडेक्स फंड पर विचार करें, जो आमतौर पर सक्रिय रूप से प्रबंधित फंडों की तुलना में कम एक्सपेंस रेश्यो वाले होते हैं।
  • म्यूचुअल फंड की वेबसाइट पर एक्सपेंस रेश्यो की जानकारी देखें।

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एक्सपेंस रेश्यो का क्या महत्व है? Importance Of Expense Ratio

“एक्सपेंस रेश्यो” (Expense Ratio) निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह निवेश की कीमत का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है और उनके निवेश पर सीधा प्रभाव डालता है। यह कुछ महत्वपूर्ण कारणों से महत्वपूर्ण होता है:

  1. निवेश की लागत का मापदंड: यह निवेश की लागत का मापदंड होता है। जब आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं, तो यह आपके निवेश से कितना चार्ज हो रहा है, यह जानने का माध्यम प्रदान करता है। एक उच्च एक्सपेंस रेश्यो वाले फंड से निवेश करने से आपके निवेश की मात्रा कम हो सकती है।
  2. मुनाफा कम कर सकता है: इसके चार्ज के कारण, फंड के प्राप्तांश में कमी हो सकती है। इससे आपके निवेश का मुनाफा कम हो सकता है और आपके निवेश की दक्षता पर प्रभाव पड़ सकता है।
  3. निवेशकों के लिए सार्थक तुलना: इसको तुलना करके आप विभिन्न म्यूचुअल फंड्स के बीच तुलना कर सकते हैं और सबसे कम लागत वाले फंड्स को चुन सकते हैं। यह आपको बेहतर निवेश के लिए मदद कर सकता है।
  4. निवेशकों के लिए अधिक पैसे बचाना: कम एक्सपेंस रेश्यो वाले फंड से निवेश करके, निवेशक अधिक पैसे बचा सकते हैं और उन्हें उनके निवेश की मात्रा और उपयोगिता में वृद्धि की स्वीकृति मिलती है।
  5. निवेशकों के लिए लंबे समय तक महत्वपूर्ण: यह निवेशकों के लिए लंबे समय तक महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह निवेश के दौरान लगातार प्रभाव डाल सकता है। इसलिए निवेश करते समय, आपको एक्सपेंस रेश्यो को ध्यान में रखना चाहिए।

इसलिए, निवेशकों के लिए एक्सपेंस रेश्यो महत्वपूर्ण है, और वे अपने निवेश के चयन में इसे महत्वपूर्ण ध्यान में रखने का प्रयास करें। यह उनके निवेश की प्राप्तांश पर सीधा प्रभाव डाल सकता है और उन्हें अधिक धनी बनने में मदद कर सकता है।

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म्यूचुअल फंड में एक्सपेंस रेश्यो के कितने प्रकार है? Types Of ER

म्यूचुअल फंड में दो प्रकार के एक्सपेंस रेश्यो हैं:

  • कुल एक्सपेंस रेश्यो (TER): यह एक सामान्य एक्सपेंस रेश्यो है जो म्यूचुअल फंड के प्रबंधन पर आने वाले सभी खर्चों को शामिल करता है।
  • वार्षिक प्रबंधन शुल्क (AMC): यह एक प्रकार का एक्सपेंस रेश्यो है जो केवल निवेश प्रबंधन शुल्क को शामिल करता है।

कुल एक्सपेंस रेश्यो (TER)

कुल एक्सपेंस रेश्यो (TER) एक प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया जाने वाला शुल्क है जो म्यूचुअल फंड के प्रबंधन से जुड़े सभी खर्चों को कवर करता है। इसमें निवेश प्रबंधन शुल्क, प्रशासनिक शुल्क, और वितरण शुल्क शामिल हैं।

TER की गणना निम्नलिखित सूत्र का उपयोग करके की जाती है:

TER = (Total Expenses / AUM) * 100

जहाँ:

  • TER = कुल व्यय अनुपात
  • Total Expenses = म्यूचुअल फंड के प्रबंधन से जुड़े सभी खर्चों की कुल राशि
  • AUM = कुल संपत्ति अंडर मैनेजमेंट

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वार्षिक प्रबंधन शुल्क (AMC)

वार्षिक प्रबंधन शुल्क (AMC) एक प्रकार का एक्सपेंस रेश्यो है जो केवल निवेश प्रबंधन शुल्क को शामिल करता है। यह शुल्क फंड मैनेजरों को भुगतान किया जाता है जो म्यूचुअल फंड के पोर्टफोलियो को प्रबंधित करते हैं।

AMC की गणना निम्नलिखित सूत्र का उपयोग करके की जाती है:

AMC = (Annual Management Fee / AUM) * 100

जहाँ:

  • AMC = वार्षिक प्रबंधन शुल्क
  • Annual Management Fee = निवेश प्रबंधन शुल्क की वार्षिक राशि
  • AUM = कुल संपत्ति अंडर मैनेजमेंट

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एक्सपेंस रेश्यो की तुलना कैसे करें?

म्यूचुअल फंड चुनते समय, निवेशकों को विभिन्न फंड हाउस और म्यूचुअल फंड के बीच एक्सपेंस रेश्यो की तुलना करना चाहिए। Expense Ratio जितना कम होगा, निवेशकों को उतना ही अधिक रिटर्न मिलेगा।

निवेशकों को निम्नलिखित टिप्स का उपयोग करके एक्सपेंस रेश्यो की तुलना करनी चाहिए:

  • समान प्रकार के फंडों की तुलना करें: उदाहरण के लिए, इक्विटी फंडों की तुलना इक्विटी फंडों से करें, डेट फंडों की तुलना डेट फंडों से करें, और मिश्रित फंडों की तुलना मिश्रित फंडों से करें।
  • विभिन्न फंड हाउस की तुलना करें: एक ही प्रकार के फंडों के लिए, विभिन्न फंड हाउस के बीच इसकी तुलना करें।
  • समय के साथ एक्सपेंस रेश्यो की तुलना करें: एक फंड के एक्सपेंस रेश्यो को समय के साथ ट्रैक करें। यदि यह बढ़ रहा है, तो यह एक संकेत हो सकता है कि फंड हाउस अधिक खर्च कर रहा है।

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एक्सपेंस रेश्यो को कैसे कैलकुलेट करें? How To Calculate Expense Ratio In Hindi?

एक्सपेंस रेश्यो एक प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया जाने वाला शुल्क है जो म्यूचुअल फंड के प्रबंधन से जुड़े सभी खर्चों को कवर करता है। इसको निम्नलिखित सूत्र का उपयोग करके कैलकुलेट किया जा सकता है:

TER = (Total Expenses / AUM) * 100

जहाँ:

  • TER = कुल व्यय अनुपात
  • Total Expenses = म्यूचुअल फंड के प्रबंधन से जुड़े सभी खर्चों की कुल राशि
  • AUM = कुल संपत्ति अंडर मैनेजमेंट

Total Expenses निम्नलिखित तीन श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है:

  • निवेश प्रबंधन शुल्क: यह शुल्क फंड मैनेजरों को भुगतान किया जाता है जो म्यूचुअल फंड के पोर्टफोलियो को प्रबंधित करते हैं।
  • प्रशासनिक शुल्क: यह शुल्क म्यूचुअल फंड के प्रशासनिक खर्चों को कवर करता है, जिसमें फंड हाउस की मजदूरी, कार्यालय की लागत, और अन्य प्रशासनिक शुल्क शामिल हैं।
  • वितरण शुल्क: यह शुल्क म्यूचुअल फंड को बेचने वाले डिस्ट्रीब्यूटर्स को भुगतान किया जाता है।

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एक्सपेंस रेश्यो की गणना कैसे करें?

एक्सपेंस रेश्यो को कैलकुलेट करने के लिए, आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:

  1. म्यूचुअल फंड के Total Expenses की गणना करें।
  2. म्यूचुअल फंड के AUM की गणना करें।
  3. Total Expenses को AUM से विभाजित करें और फिर 100 से गुणा करें।

उदाहरण

मान लीजिए कि एक म्यूचुअल फंड का Total Expenses 1 करोड़ रुपये है और इसका AUM 100 करोड़ रुपये है। इस मामले में, एक्सपेंस रेश्यो 1% होगा

मान लीजिए कि आप 10,000 रुपये का निवेश एक म्यूचुअल फंड में करते हैं जिसका एक्सपेंस रेश्यो 1% है। यदि म्यूचुअल फंड 10% रिटर्न देता है, तो आपका नेट रिटर्न 9% होगा।

कैल्कुलेट करने के लिए:

10,000 रुपये * 10% = 1,000 रुपये

1,000 रुपये – 1% * 10,000 रुपये = 900 रुपये

इस उदाहरण में, एक्सपेंस रेश्यो के कारण आपका नेट रिटर्न 100 रुपये कम हो गया।

यहां दिए गए कुछ म्यूच्यूअल फंड्स के एक्सपेंस रेश्यो (Expense Ratio) और उनके Average Assets Under Management (AUM) के साथ एक तालिका है:

म्यूच्यूअल फंडएक्सपेंस रेश्यो (ER)AUM (संचालन के दौरान की औसत धनराशि)
Motilal Oswal Nasdaq 100 ETF0.60%₹6,496 करोड़
SBI ETF Nifty 500.07%₹1,58,951.8 करोड़
HDFC Index Fund – Nifty 50 Plan0.10%₹6,902.89 करोड़
ICICI Prudential Nifty Next 50 Index Fund0.20%₹2,944 करोड़
Axis Bluechip Fund0.75%₹32,153.4 करोड़
Mirae Asset Large Cap Fund0.74%₹35,349.07 करोड़
SBI Blue Chip Fund0.72%₹30,000 करोड़
Kotak Standard Multicap Fund0.71%₹39,000 करोड़
HDFC Mid-Cap Opportunities Fund0.82%₹29,000 करोड़
Axis Midcap Fund0.78%₹22,000 करोड़

जैसा कि आप देख सकते हैं, SBI ETF Nifty 50 में सबसे कम एक्सपेंस रेश्यो है, जबकि HDFC Mid-Cap Opportunities Fund में यह सबसे अधिक है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि एक्सपेंस रेश्यो केवल एक कारक है जिस पर आपको म्यूचुअल फंड चुनते समय विचार करना चाहिए। आपको अन्य कारकों जैसे कि फंड का ट्रैक रिकॉर्ड, फंड मैनेजर का अनुभव और फंड की निवेश रणनीति पर भी विचार करना चाहिए।

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कैसे एक्सपेंस रेश्यो को प्रबंधित किया जा सकता है?

एक्सपेंस रेश्यो को प्रबंधित करना म्यूचुअल फंड के निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है, क्योंकि यह उनके निवेश पर पड़ने वाले चार्ज को प्रभावित कर सकता है। निम्नलिखित कुछ तरीके हैं जिनका प्रयोग इसको प्रबंधित करने में किया जा सकता है:

  1. Direct Plan चुनें: म्यूचुअल फंड कंपनियों द्वारा प्राप्त किए जाने वाले चार्जों को कम करने के लिए “डायरेक्ट प्लान” का चयन करें। डायरेक्ट प्लान में आप सीधे फंड कंपनी के साथ निवेश करते हैं और किसी डिस्ट्रीब्यूटर के माध्यम से नहीं। इससे आपके पास डिस्ट्रीब्यूटर के कमीशन के रूप में बचत हो सकती है।
  2. स्वतंत्रता अधिकार का प्रयोग करें: आपके पास अपने निवेशों को प्रबंधन के लिए स्वतंत्रता है, तो आप स्वयं शेयर खरीदने और बेचने के लिए डिस्काउंट ऑनलाइन व्यापारी (डिस्काउंट ब्रोकर) का प्रयोग कर सकते हैं, जिससे आपके निवेश पर चार्ज कम हो सकते हैं।
  3. निवेश की ध्यानपूर्वक जांच करें: आपको हमेशा ध्यान में रखना चाहिए कि आपके चयनित म्यूचुअल फंड के इसको निवेश के प्राप्तांश पर कैसे प्रभावित करेगा। एक हाई एक्सपेंस रेश्यो वाले फंड से पैसे कमाने में कठिनाइयाँ हो सकती हैं, इसलिए ध्यानपूर्वक जांच करें कि क्या यह निवेश वास्तव में मूल्यकर है या नहीं।
  4. स्वतंत्रता अधिकारी डिस्काउंट व्यापारी से सलाह लें: एक स्वतंत्रता अधिकारी डिस्काउंट व्यापारी से सलाह लेना एक अच्छा विचार हो सकता है। वे आपको अलग-अलग म्यूचुअल फंड के बारे में सलाह देंगे और आपके निवेश को एक्सपेंस रेश्यो को कम करने के लिए सही तरीके से प्रबंधित करने में मदद कर सकते हैं।
  5. लक्ष्य के साथ निवेश करें: आपके निवेश के उद्देश्य के हिसाब से म्यूचुअल फंड का चयन करें। अगर आपका लक्ष्य लंबे समय के लिए है, तो आपको चार्ज कम करने के लिए लंबे समय तक निवेश करने के लिए फंड चुनने में रुचि रखनी चाहिए।

याद रखें कि एक्सपेंस रेश्यो कम करने के लिए विभिन्न उपाय हो सकते हैं, और यह निवेशक के लक्ष्यों, समय अवधि, और निवेश की धारा के आधार पर विभिन्न हो सकते हैं।

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टोटल एक्सपेंस रेश्यो (TER) कैसे चार्ज किया जाता है?

टोटल एक्सपेंस रेश्यो (TER) को प्रति यूनिट के रूप में व्यक्त किया जाता है। यह म्यूचुअल फंड के प्रबंधन से जुड़े सभी खर्चों को कवर करता है। इसमें निवेश प्रबंधन शुल्क, प्रशासनिक शुल्क, और वितरण शुल्क शामिल हैं।

TER को निम्नलिखित सूत्र का उपयोग करके गणना किया जाता है:

TER = (कुल खर्च / कुल AUM) * 100

जहाँ:

  • कुल खर्च = निवेश प्रबंधन शुल्क + प्रशासनिक शुल्क + वितरण शुल्क
  • कुल AUM = फंड के कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट

TER को आमतौर पर सालाना आधार पर चार्ज किया जाता है। हालांकि, कुछ फंड इसे तिमाही या मासिक आधार पर भी चार्ज कर सकते हैं।

TER को निवेशकों के NAV (नेट एसेट वैल्यू) से काटा जाता है। इसका मतलब है कि TER निवेशकों के रिटर्न को कम करता है।

TER को निम्नलिखित तरीके से चार्ज किया जाता है:

  • निवेश प्रबंधन शुल्क: यह शुल्क फंड के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए फंड मैनेजर के प्रयासों के लिए भुगतान करता है। यह आमतौर पर निवेश की गई राशि के एक प्रतिशत के रूप में चार्ज किया जाता है।
  • प्रशासनिक शुल्क: यह शुल्क फंड को चलाने के लिए आवश्यक प्रशासनिक लागतों को कवर करता है। यह आमतौर पर निवेश की गई राशि के एक छोटे से अंश के रूप में चार्ज किया जाता है।
  • वितरण शुल्क: यह शुल्क फंड को बेचने वाले ब्रोकरों और डिस्ट्रीब्यूटरों को भुगतान करता है। यह आमतौर पर निवेश की गई राशि के एक छोटे से अंश के रूप में चार्ज किया जाता है।

उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि एक म्यूचुअल फंड का TER 1% है और इसका कुल AUM 100 करोड़ रुपये है। इस मामले में, फंड का कुल खर्च 1 करोड़ रुपये होगा

यदि कोई निवेशक इस फंड में 1 लाख रुपये का निवेश करता है, तो वह हर साल 100 रुपये का TER का भुगतान करेगा। यह TER निवेशक के रिटर्न को 1% कम कर देगा।

निवेशकों को TER को ध्यान में रखना चाहिए जब वे म्यूचुअल फंड चुन रहे हों। कम TER वाले फंड आमतौर पर निवेशकों को अधिक रिटर्न प्रदान करते हैं।

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एक्सपेंस रेश्यो इफेक्ट रिटर्न कैसे करता है?

यह निवेश के लाभ (रिटर्न) पर प्रत्यक्ष प्रभाव डाल सकता है और यह निवेशकों के निवेश के वास्तविक प्राप्तांश को कम कर सकता है। निम्नलिखित तरीकों से यह रिटर्न पर प्रभाव डाल सकता है:

  1. कम रिटर्न: एक्सपेंस रेश्यो के बढ़ जाने से निवेश के वास्तविक प्राप्तांश में कमी हो सकती है। यदि आपका निवेश निर्वाचक संदर्भों में कम रिटर्न प्रदान करता है और आपके पास एक्सपेंस रेश्यो भी है, तो आपका वास्तविक प्राप्तांश और भी कम हो सकता है।
  2. फंड के द्वारा प्रबंधित की जाने वाली चार्ज: इसमें शामिल चार्ज, जैसे कि प्रबंधन शुल्क, फंड के प्रबंधकों द्वारा प्राप्त की जाने वाली चार्ज हो सकते हैं, जो निवेशकों के निवेश से कटते हैं। इससे निवेशक के निवेश का मूल्य घट सकता है और रिटर्न कम हो सकता है।
  3. समय के साथ समूचे बढ़ोतरी (Compounding) पर प्रभाव: इसके चार्ज्स के कारण, समय के साथ निवेशक के निवेश के समूचे में कमी होती है, जिससे समूचे बढ़ोतरी का प्रभाव कम हो सकता है।
  4. रिटर्न के तुलनात्मक आय खर्च (Relative Return Expenses): अगर एक म्यूचुअल फंड का रिटर्न किसी अन्य निवेश संविदान (सामान्यतः एक निवेश ने एक म्यूचुअल फंड के साथ निवेश किया होता है) के मुकाबले कम है, तो वह निवेशकों के निवेश पर अधिक चार्ज कर सकता है, जो रिटर्न को और भी कम करता है।

इसलिए, निवेश करते समय आपको ER का ध्यान देना महत्वपूर्ण है, और आपको उसे अपने निवेश के प्राप्तांश पर प्रभाव डालने के रूप में एक आगे की योजना के हिस्से के रूप में देखना चाहिए।

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किस इंडेक्स म्यूचुअल फंड में सबसे सस्ता एक्सपेंस रेश्यो कॉस्ट है?

म्यूचुअल फंड्स की एक्सपेंस रेश्यो में सबसे सस्ता अक्सर “इंडेक्स फंड्स” में होता है, जो निम्नलिखित कारणों से होता है:

  1. पासिव निवेश स्ट्रैटेजी: इंडेक्स फंड्स पासिव निवेश स्ट्रैटेजी पर आधारित होते हैं जो किसी विशिष्ट इंडेक्स को ट्रैक करने का प्रयास करते हैं। इसका मतलब है कि वे विशिष्ट इंडेक्स के संरचन और वजन के अनुसार निवेश करते हैं और प्रति अक्शं वित्तीय साधारिता देते हैं।
  2. निवेश प्रबंधन में कम लागत: इंडेक्स फंड्स की प्रबंधन लागत कम होती है क्योंकि यह विशिष्ट इंडेक्स का ट्रैकिंग करने का प्रयास करते हैं और विशेष निवेश प्रबंधन टीम की आवश्यकता कम होती है।
  3. निवेशकों को कम चार्ज करने की आवश्यकता नहीं होती: इंडेक्स फंड्स ने यह साबित किया है कि वे निवेशकों को कम चार्ज करने की आवश्यकता नहीं है और इसलिए वे आमतौर पर एक्सपेंस रेश्यो को निवेशकों के लिए सस्ता बनाते हैं।

यहां कुछ इंडेक्स म्यूचुअल फंड दिए गए हैं जिनका एक्सपेंस रेश्यो 0.1% या उससे कम है:

म्यूचुअल फंड का नामएक्सपेंस रेश्यो
SBI ETF Nifty 500.07%
HDFC Index Fund – Nifty 50 Plan0.10%
ICICI Prudential Nifty 50 Index Fund0.10%
Motilal Oswal Nasdaq 100 ETF0.10%
Kotak Standard Nifty 50 Index Fund0.10%

निवेशकों को ध्यान रखना चाहिए कि यह केवल एक कारक है जिस पर उन्हें म्यूचुअल फंड चुनते समय विचार करना चाहिए। अन्य कारकों में फंड का ट्रैक रिकॉर्ड, फंड मैनेजर का अनुभव और फंड की निवेश रणनीति शामिल हैं।

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क्या एक्सपेंस रेशियो हर महीने चार्ज किया जाता है?

नहीं, एक्सपेंस रेशियो आमतौर पर सालाना आधार पर चार्ज किया जाता है। हालांकि, कुछ फंड इसे तिमाही या मासिक आधार पर भी चार्ज कर सकते हैं।

जब कोई निवेशक किसी म्यूचुअल फंड में निवेश करता है, तो उसे एक NAV (नेट एसेट वैल्यू) की जानकारी मिलती है। यह NAV उस दिन के लिए फंड की कुल संपत्ति और कुल इकाइयों के योगफल का अनुपात है।

एक्सपेंस रेशियो को NAV में जोड़ा जाता है। इसका मतलब है कि निवेशक को जो NAV दिखाई देता है, वह वास्तविक NAV से थोड़ा कम होगा।

उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि एक म्यूचुअल फंड का NAV 100 रुपये है और इसका एक्सपेंस रेश्यो 1% है। इस मामले में, निवेशक को जो NAV दिखाई देता है वह 99 रुपये होगा।

एक्सपेंस रेशियो को निवेशकों के NAV से काटकर जमा किया जाता है। यह आमतौर पर सालाना आधार पर होता है, लेकिन कुछ फंड इसे तिमाही या मासिक आधार पर भी कर सकते हैं।

निवेशकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि एक्सपेंस रेशियो निवेशकों के रिटर्न को कम करता है। इसलिए, कम एक्सपेंस रेश्यो वाले फंड चुनना एक अच्छा विचार है।

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म्यूचुअल फंड में एक्सपेंस रेशियो और एग्जिट लोड में क्या अंतर है? Difference Between Expense Ratio & Exit Load

म्यूचुअल फंड में एक्सपेंस रेशियो और एग्जिट लोड दो अलग-अलग प्रकार के शुल्क हैं जो निवेशकों को भुगतान करने पड़ सकते हैं।

एक्सपेंस रेशियो म्यूचुअल फंड के प्रबंधन से जुड़े सभी खर्चों को कवर करता है। इसमें निवेश प्रबंधन शुल्क, प्रशासनिक शुल्क, और वितरण शुल्क शामिल हैं। एक्सपेंस रेशियो को एक प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया जाता है।

एग्जिट लोड निवेशक द्वारा म्यूचुअल फंड से अपने निवेश को निकालते समय लिया जाने वाला एक शुल्क है। यह आमतौर पर निवेश की अवधि के आधार पर भिन्न होता है।

एक्सपेंस रेशियो और एग्जिट लोड के बीच मुख्य अंतर निम्नलिखित हैं:

विशेषताएक्सपेंस रेशियो (Expense Ratio)एग्जिट लोड (Exit Load)
शुल्क का प्रकारआवर्तीएकमुश्त
शुल्क का समयनिवेश अवधि के दौराननिवेश से निकासी के समय
शुल्क का आधारफंड के प्रबंधन की लागतनिवेशक की अवधि
शुल्क की गणनाप्रतिशत के रूप मेंप्रतिशत के रूप में, या निवेश की राशि के रूप में
शुल्क का प्रभावनिवेश के रिटर्न को कम करता हैनिवेश की राशि को कम करता है

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निष्कर्षण (Conclusion): म्यूचुअल फंड में एक्सपेंस रेश्यो क्या है?

म्यूचुअल फंड में एक्सपेंस रेश्यो एक महत्वपूर्ण प्रावधान है जो निवेशकों के निवेश पर प्रभाव डालता है। यह लागत फंड की प्रबंधन, संचालन, और अन्य लागतों को कवर करने के लिए होती है और इसे वार्षिक रूप से निवेशकों से कटता है। इसको ध्यानपूर्वक चुनना महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह आपके निवेश के प्राप्तांश पर प्रभाव डाल सकता है।

इसकी जांच करते समय निवेशकों को निवेश के लक्ष्यों, समय अवधि, और निवेश की धारा के साथ मिलाकर योजना बनानी चाहिए। वे इंडेक्स फंड्स जैसे सस्ते विकल्पों को भी विचार में ले सकते हैं, जो एक्सपेंस रेश्यो में कमी के साथ निवेश करने की एक विकल्प प्रदान करते हैं।

अगर आप एक्सपेंस रेश्यो के साथ अपने निवेश को समझते हैं और उसे अपने निवेश लक्ष्यों के साथ मेल करते हैं, तो आप अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सबसे अच्छा तरीका चुन सकते हैं। आपकी वित्तीय सुरक्षा और वित्तीय स्वस्थता के लिए इसके प्रभाव को समझते हुए निवेश करने से आपके निवेश की सामर्थ्य बढ़ सकती है।

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FAQs (सामान्य प्रश्न-उत्तर): Expense Ratio Meaning In Hindi

  1. म्यूचुअल फंड के एक्सपेंस रेश्यो की औसत दर क्या होती है?

    म्यूचुअल फंड के इसकी औसत दर आमतौर पर फंड के प्रकार और व्यवस्थापकीय लागतों पर निर्भर करती है, लेकिन यह 0.5% से 2.5% के बीच हो सकती है।

  2. क्या 1% एक्सपेंस रेश्यो बहुत ज्यादा है?

    सामान्य तौर पर, 1% से अधिक का एक्सपेंस रेश्यो बहुत ज्यादा है। हालांकि, यह निवेश के प्रकार और फंड हाउस की प्रतिष्ठा पर निर्भर करता है।

  3. क्या एग्जिट लोड और एक्सपेंस रेश्यो एक ही चीज है?

    नहीं, एग्जिट लोड और एक्सपेंस रेश्यो अलग-अलग चीजें हैं। एग्जिट लोड एक शुल्क है जो निवेशक को उस अवधि से पहले अपने निवेश को भुनाने पर लगाया जाता है जिसकी आवश्यकता होती है। एक्सपेंस रेश्यो एक शुल्क है जो म्यूचुअल फंड के प्रबंधन पर लगाया जाता है।

  4. क्या मैं एक्सपेंस रेश्यो को कम कर सकता हूं?

    हां, आप इसको कम कर सकते हैं। आप कम एक्सपेंस रेश्यो वाले म्यूचुअल फंड चुन सकते हैं। आप एक ही फंड हाउस के विभिन्न म्यूचुअल फंड के बीच भी तुलना कर सकते हैं।

  5. एक्सपेंस रेश्यो को कैसे समझें?

    इसको समझने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि इसे एक प्रतिशत के रूप में सोचें। उदाहरण के लिए, यदि एक म्यूचुअल फंड का एक्सपेंस रेश्यो 2% है, तो इसका मतलब है कि हर 100 रुपये के निवेश पर आपको 2 रुपये का शुल्क देना होगा।

  6. एक्सपेंस रेश्यो का रिटर्न पर क्या प्रभाव पड़ता है?

    एक्सपेंस रेश्यो का रिटर्न पर सीधा प्रभाव पड़ता है। यह जितना कम होगा, निवेशकों को उतना ही अधिक रिटर्न मिलेगा।

  7. क्या एक्सपेंस रेश्यो को कम करने के लिए कोई कॉन्क्रिट नियम है?

    नहीं, इसको कम करने के लिए कोई निश्चित नियम नहीं है। निवेशक अपने लक्ष्यों, निवेश होरिजन, और अपने आर्थिक परिस्थितियों के आधार पर फंड का चयन कर सकते हैं।

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